भाजपा के पूर्व विधायक के खिलाफ कांग्रेस का हल्ला बोल

ख़बरें अभी तक। नालागढ़ हलके में भाजपा के पूर्व विधायक केएल ठाकुर द्वारा किए जा रहे उद्घाटनों और शिलान्यासों पर कांग्रेस नेताओं ने मोर्चा खोल दिया है. कांग्रेस विधायक लखविंद्र राणा की अगुवाई में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने, जहां लोक निर्माण विभाग और आईपीएच विभाग के अधिकारियों को घेरते हुए रोष प्रदर्शन किया, वहीं राज्यपाल व मुख्यमंत्री को एसडीएम के माध्यम से पूर्व विधायक की कारगुजारियों का ज्ञापन प्रेषित किया.

बता दें कि कांग्रेस जन पहले लोक निर्माण विभाग के कार्यालय में पहुंचे और वहां धरना-प्रदर्शन करने के बाद आईपीएच कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया. इस दौरान दोनों विभागों के अधिकारियों को कांग्रेस नेताओं ने खरी-खोटी सुनाई.

कांग्रेस विधायक लखविंदर राणा ने कहा कि नालागढ़ में अधिकारी हारे-नकारे व्यक्ति को तबज्जो दे रहे है और जनता द्वारा चुने हुए प्रतिनिधि को नजरअंदाज कर रहे है, जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. मौजूदा कांग्रेस विधायक लखविंद्र राणा ने पूर्व विधायक केएल ठाकुर को घेरते हुए कहा कि पूर्व विधायक हार को पचा नहीं पा रहे हैं इसलिए अब जनता को गुमराह करने में जुटे हैं. राणा ने पूर्व विधायक द्वारा नालागढ़ निर्वाचन क्षेत्र में करवाए जा रहे शिलान्यास व उद्घाटनों को लेकर कड़ा एतराज जताया और कहा कि पूर्व विधायक जिन पेयजल योजनाओं का शिलान्यास कर रहे हैं वह पूर्व मुखयमंत्री वीरभद्र सिंह द्वारा पहले ही किए जा चुके है.

वर्तमान विधायक लखविंद्र राणा ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं सहित पीडब्लयूडी, आईपीएच कार्यालय सहित मिनी सचिवालय में रोष प्रदर्शन किया. विधायक ने दो टूक शब्दों में कहा कि अगर पूर्व विधायक द्वारा किए जा रहे शिलान्यासों व उद्घाटनों को बंद नहीं किया गया तो वह न्यायालय का रुख करेंगे. उन्होंने एसडीएम नालागढ़ प्रशांत देष्टा के माध्यम से राज्यपाल व मुखयमंत्री को एक ज्ञापन भी भेजा.

विधायक लखविंद्र राणा ने कहा कि मेरे निर्वाचन क्षेत्र में पूर्व विधायक व भाजपा जिलाध्यक्ष केएल ठाकुर द्वारा उन योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास किया जा रहा है, जिनका शिलान्यास पहले ही पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा किया जा चुका है. पूर्व विधायक इस तरह असवैंधानिक तरीके से कार्य कर विकास कार्यों का झुठा श्रेय ले रहे हैं. उन्होंने सरकार से मांग की है कि पूर्व विधायक पर इस तरह के शिलान्यास व उद्घाटन करने की रोक लगाई जाए.