पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने CM नितीश कुमार पर गाली देने का लगाया आरोप

ख़बरें अभी तक। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने मुख्यमंत्री नितीश कुमार पर अफसरों के सामने उन्हें गाली देने का आरोप लगाते हुए कहा कि नितीश ने सारे एक्साइज कमिश्नरों की बैठक बुलाकर मुझे गाली देते हुए अफसरों से कहा है कि मांझी के बयानबाजी में यह आरोप लगाया जा रहा है कि शराबबंदी कानून के तहत सिर्फ दलितों और महादलितों को ही परेशान किया जा रहा है,  इस आरोप में कितनी सच्चाई है. आगे मांझी ने यह भी बताया कि मैंने नितीश को शुरू में ही इसकी चेतावनी दी थी कि शराबबंदी एक काला कानून है, इस तुगलकी कानून से गरीब, दलित और महादलित को घाटा होगा, साथ ही साथ मांझी ने इस मौके पर यह भी कहा कि शराबबंदी में बिहार के पुलिसवाले करोड़पति से अरबपति हो रहे हैं.

वहीं दूसरी ओर जगदीशपुर से राजद विधायक रामविशुन सिंह लोहिया ने आरएसएस और केंद्र सरकार को आड़े हाथों लेते हुए यह कहा कि देश के सर्वोच्च सहित उच्च न्यायालयों के 581 जजों में मात्र 33 जज ही दलित या महादलित है, ऐसे में गरीबों को न्याय मिलना मुश्किल है. जबतक सर्वोच्च नायालय के जजों की नियुक्ति में दलितों और महादलितों को आरक्षण नहीं दिया जायेगा तब तक न्याय मिलना संभव नहीं है