बैंक कर्मियों की 30 मई व 31 मई को वेतन वृद्धि की मांग को लेकर पूरे भारत में हड़ताल

ख़बरें अभी तक। कुरुक्षेत्र:  देश भर में करोड़ों रुपए का होगा आज नुकसान लेन-देन भी होगा प्रभावित आम जनता को होगी परेशानी और दिक्कते. भारतीय स्टेट बैंक सहित सार्वजनिक बैंक कर्मी आज से दो दिन हड़ताल पर ठप रहेंगी बैंकिंग सेवाएं जिससे सिर्फ जिला कुरुक्षेत्र में लगभग 200 करोड़ रुपए का लेन-देन प्रभावित होगा, कुरुक्षेत्र में सेक्टर-13 में  बैंक के बाहर सभी बैंक कर्मचारी ने सरकार पर जमकर भड़ास निकाली 2 रुपए के नोट को हाथ में लेकर मोदी सरकार पर निकाली भड़ास और कहा मात्र दो प्रतिशत की वृद्धि हुई है इसीलिए 2 रुपए के नोटों के जरिए दिखाया अपना गुस्सा और रोष.

भारतीय बैंक संघ (आई बी ए) के बैंकों के 11 वें वेतन पुनरीक्षित समझौता वार्ता में 5 मई 2018 को हुई बैठक में वेतन में 2% की नगण्य वृद्धि के प्रस्ताव से नाराज 10 लाख से अधिक बैंक अधिकारी व कर्मचारी 30 मई व 31मई को 48 घंटे तक पूरे भारत में 2 दिन की हड़ताल पर हैं. इसी क्रम में आज कुरुक्षेत्र शहर के तमाम सरकारी बैंकों के सैकड़ों कर्मियों ने सरकार और आईबीए के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया.

भारतीय बैंक अधिकारी संघ के हरियाणा प्रांत के उप सचिव राय सिंह ने कहा कि बैंकों में भी सातवें सेंट्रल पे कमीशन के पैटर्न पर वेतन में वृद्धि की जाए और ना केवल स्केल एक तक के अधिकारियों का बल्कि स्केल सात तक के अधिकारियों का वेतन द्विपक्षीय समझौते के अंतर्गत बढ़ाया जाए, उन्होंने यह भी कहा की आई बी ए और सरकार द्वारा हमारी जायज वेतन वृद्धि की मांग ना माने जाने पर यू. एफ. बी. यू. अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का फैसला ले सकती है.

इलाहाबाद बैंक के कर्मचारी नेता प्रीतम सिंह ने कहा की हड़ताल बैंक कर्मियों की इच्छा नहीं बल्कि मजबूरी है.  हड़ताल बैंक कर्मियों के लिए कोई छुट्टी का दिन नहीं होता बल्कि इसकी भरपाई उन्हें अपना वेतन कटवाकर करनी पड़ती है. नोटबंदी के दौरान बैंक कर्मियों ने महीनों तक दिन रात काम किया. इस दौरान कई बैंक कर्मियों की जानें गई और कितने कर्मचारियों को अपनी जेबों से पैसा भरना पड़ा. जब सभी सरकारी योजनाओं के अनुपालन की जिम्मेदारी बैंकर्स की है तो उनके परिजनों को उचित भरण-पोषण के लिए वेतन वृद्धि हेतु सरकार क्यों ध्यान नहीं दे रही है.