16 साल की श्रीशा बनी बच्चों के लिए मिसाल, गंभीर बिमारी के चलते किया टॉप

खबरें अभी तक। चंडीगढ़ के सेक्रेट हार्ट स्कूल की छात्रा श्रीशा ने बात करते हुए बताया कि बहुत अच्छा लग रहा है, मेहनत की और 95 प्रतिशत से ऊपर अंक आए। अपना ऐम पूरा करने के लिए पूरा हार्डवर्क करना चाहिए। माता-पिता ने पढ़ाई छोडऩे के लिए कहा भी, लेकिन श्रीसा ने अपनी लगन के चलते अच्छे अंक हासिल किए। श्रीसा का कहना है कि उसने मैडिकल में दाखिला लिया है। मुझे डॉक्टर ने दूसरी जिंदगी दी है, मुझे जिंदगी के मायने समझाए है। मैं डाक्टर बनकर समाज के लिए कुछ करना चाहती हूं।

वहीं श्रीशा के पिता नरेश महतानी ने कहा कि अगर बेटी डाक्टर बनना चाहती है और मैं उसे पूरा करूंगा। उन्होंने कहाकि यह उसकी विलपावर का ही कमाल है। कैंसर ट्यूमर के ट्रीटमेंट के बावजूज अच्छी तरफ पढाई की। उन्होंने बताया कि उनकी बेटी श्रीशा को कैंसरर्स ट्यूम था, जिसका सितंबर 2016 से उपचार चल रहा है। अब भी न्यूरो का ईलाज हो रहा है। उन्होंने कहाकि  ऐसे बच्चों को संदेश देना चाहता हूं कि अगर किसी बच्चे को कई बिमारी भी है तो वह हिम्मत न हारें।

श्रीशा का भाई सन्नी अपनी पढ़ाई को छोड़ कर कई बार अपनी बीमार बहन को पढ़ाने आया करता था। श्रीशा के भाई सन्नी का कहना है कि जब उनकी बहन कैंसर ट्यूमर से ग्रस्त थी तब उसका पढाई का समय फिक्स नहीं होता था ऐसे में वह अपनी बहन की मदद करते थे और आज बीमारी से लड़ते हुए उसने 97% अंक हासिल किए है।