बच्चे भगवान का रुप होते है, लेकिन इस ख़बर को पढ़ने के बाद शायद ही आप ऐसा सोचें

ख़बरें अभी तक। यमुनानगर: कहते है बच्चे भगवान का रुप होते है, लेकिन आजकल ऐसा कहना थोड़ा मुश्किल हो गया है. क्योंकि आजकल दुष्कर्म जैसे मामलो में छोटे बच्चे भी पीछे नहीं है लेकिन सबसे बड़ा सवाल यहां यह पैदा होता है कि ऐसी मानसिकता बच्चों में उत्पन्न कहां से होती है. ये सब बच्चे कहां से सीखते है. जिसका जवाब जानना बेहद जरुरी है और ऐसे मामलो में बच्चों के साथ किस तरह का बरताव किया जाए ये भी एक गंभीर समस्या है और इसका समाधान निकालना हमारे लिए बेहद जरुरी है.

मामला हरियाणा के फर्कपुर क्षेत्र का है जहां एक निजी स्कूल में पढ़ने वाले पांचवीं कक्षा के एक छात्र ने पहली कक्षा की छात्रा से दुष्कर्म का प्रयास किया है और  जिस छात्र पर आरोप लगा है, उसकी उम्र सिर्फ 12 साल  है व पीड़िता की उम्र मात्र पांच साल है. पुलिस ने पीड़िता की मां की शिकायत पर आरोपित पर केस दर्ज कर लिया है और पुलिस मामले की जांच कर रही है.

वहीं महिला ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि 24 मई की दोपहर बेटी जब स्कूल से घर आई तो उसने बताया कि आज स्कूल में एक लड़के ने उसके साथ गलत काम किया. बच्‍ची ने बताया कि लड़के ने उसके और अपने कपड़े उतारे, इसके बाद वह उसके ऊपर लेट गया था. पीड़िता की मां 25 मई को वह स्कूल में गई. इसके बाद सिविल अस्पताल यमुनानगर में भी गई, क्योंकि बेटी पेट में दर्द होने की शिकायत कर रही थी.

महिला को शक था कि कहीं उसकी बेटी के साथ कुछ गलत काम तो नहीं हुआ है. इसी शक के चलते महिला ने पुलिस को शिकायत दी और पुलिस ने मौके पर पहुंच कर जांच की. वहीं डाक्टरों के बोर्ड से लड़की का मेडिकल करवाया गया. सोमवार को लड़की की छुट्टी करवाकर परिजन उसे घर ले गए.

थाना फर्कपुर के एसएचओ नरेंद्र राणा का कहना है कि जिस लड़के पर दुष्कर्म का आरोप लगा है, उसकी उम्र महज 12 साल है. इस उम्र में कोई बच्चा दुष्कर्म कर सकता है या नहीं, इसीलिए बोर्ड से लड़की का मेडिकल करवाया था. रिपोर्ट में दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई है. फिर भी हम आरोपित लड़के से पूछताछ करेंगे.