दो परिवारों के आपसी विवाद में मासूम बच्चों पर लगाया रेप का आरोप

ख़बरें अभी तक। शाहजहांपुर में सात साल के दो जुड़वां बच्चों पर रेप के आरोप का अनोखा मामला सामने आया है. आरोप लगने के बाद बच्चे जांच के लिए सीओ ऑफिस पहुंचे तो बच्चों को देखने वालों का तांता लग गया. आरोप है कि सात साल के जुड़वां बच्चों ने अपने साथ पढ़ने वाली पांच साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म किया है. फिल्हाल पुलिस इसे परिवारों का झगड़े का मामला बता कर जांच करने की बात कर रही है.

इन दो जुड़वां बच्चों की उम्र महज सात साल है. लेकिन इन बच्चों पर लगे आरोपों को सुनकर आप चौंक जाएगे. दरअसल थाना सेहरामउ दक्षिणी और अल्लागंज क्षेत्र के रहने वाले एक परिवार ने आईजीआरएस पोर्टल पर मुख्यमन्त्री से शिकायत की थी कि उनकी पांच साल की बच्ची के साथ स्कूल में कक्षा दो में पढ़ने वाले सात साल के जुड़वा बच्चों ने उनकी बच्ची के साथ दुष्कर्म किया है. इस शिकायत की जांच सीओ के पास गई तो दोनों बच्चे अपने पिता के साथ सीओ कार्यालय पहुंचे.

वहीं लोगों को जब ये पता चला की सात साल के बच्चों पर रेप का आरोप लगा है तो उन्हें देखने वालों का तांता लग गया. खास बात ये रही कि बच्चों को ये पता ही नहीं है कि उन्हे पुलिस के पास क्यों लाया गया है. रेप क्या होता है उन्हें नहीं पता. बच्चों के पिता की माने तो जब दरोगा उनके घर गया तो उन्हें पता चला कि बच्चों पर रेप का आरोप लगा है तो वो चौक गया और बच्चों को लेकर सीओ के पास पहुंचा. बच्चों का पिता अपने मासूम बच्चों पर लगे आरोप को झूठा बता रहा है.

शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने भी बाकायदा मामले की जांच शुरू कर दी है और बच्चों को सीओ ऑफिस में पेश होने का आदेश भी दिया गया है. पुलिस के अधिकारी की माने तो ये दो परिवार वालों का विवाद है जिसमें बच्चों को निशाना बनाया जा रहा है.

इन मासूमों को तो ये भी नहीं मालूम की रेप क्या होता है लेकिन जब इन्हे सीओ ऑफिस लाया गया तो दोनों डरे और सहमे हुए थे. जानकारों की माने तो जो आरोप इन मासूम बच्चों पर लगा है, वो संभव ही नहीं है. वहीं पुलिस के अधिकारी इसे दो परिवारों को विवाद बता रहे है तो साफ जाहिर है कि अपना बदला लेने के लिए आज छोटी बच्चियों को भी ढाल बनाया जा रहा है. फिल्हाल भले ही बच्चे बेकुसूर साबित हो जाए. लेकिन पुलिस और थानों मे जाकर इन बच्चों पर जो मानसिक प्रभाव पड़ा है उसकी भरपाई कर पाना मुश्किल है.