भीषण गर्मी ने जीना किया दूभर

खबरें अभी तक। आसमान आग उगल रहा है। धरती तप रही है। पूरे जिले के 450 से अधिक गांव में छायादार पेड़ नही है। नहर ओर तालाब सूखे हुए हैं। ऐसे हालात में पारा 47 डिग्री तक पहुंच गया है। सड़कों,बाजारों,बस अड्डा से लेकर दोपहर के समय सुनसान नजारा देखने को मिल रहा है। नूंह बस अड्डा में पंखे इत्यादि के सहारे यात्री आराम फरमा रहे हैं। जानलेवा गर्मी से बचने के लिए ठंडा खाना-पीना पड़ रहा है।

तरबूज,शिकंजी,गन्ने का जूस लोगों की पहली पसंद बना हुआ है। सबसे ज्यादा गर्मी में बिजली-पानी की किल्लत रुला रही है। स्कूली बच्चों की जान पर बन आई हैं।आने वाले दिनों में गर्मी का सितम लोगों को रुला सकता है। महिलाएं मुंह पर कपड़े ढककर निकलने को मजबूर हैं। स्कूली बच्चों को दोपहर के समय छुट्टी होने के बाद घर लौटना पड़ रहा है। बच्चे हों या बड़े गर्मी के सितम से छुट्टियों की मांग कर रहे हैं।

गर्मी तो कई राज्यों में सितम ढा रही है, लेकिन नूंह मेवात में इससे बचने के इंतजाम बेहद कम हैं। सुबह शाम ही बाजारों में खरीददारी के लिए लोग घरों से निकल रहे हैं। भीषण गर्मी में गाड़ी ओर उनके एसी भी धोखा देने लगे हैं। मौसम विभाग के मुताबिक अगले कुछ दिन बारिश के संभावना कम है। लिहाजा दोपहर के समय घरों से बाहर कम निकलें, एहतियात बरतें वर्ना गर्मी आपकी सेहत बिगाड़ने से लेकर जान तक ले सकती है।