पत्नी का शव कंधे पर लादकर ले गया पति, नहीं मिली एेम्बुलेंस

खबरें अभी  तक। उत्तर प्रदेश के जनपद बदायूं में लापरवाही की हदें पार होती जा रही है. सबका साथ सबका विकास नारे की धज्जियां उड़ती नजर आ रही है. हालत और भी भयावह हो चले है, गरीबी के चलते क्या जिला अस्पताल के अफसरों ने शव वाहन उपलब्ध नहीं कराया जिससे पत्नी की लाश कंधे पर रखकर पति भटकता रहा. जिसने भी इस दृश्य को देखा आंखे भर आई. गरीब की तरफ न तो अफसरों ने कोई ध्यान दिया न ही कर्मचारियों ने. इनके चेहरे पर आखिर शर्म क्यों नही आई।

बताते है कि  मूसाझाग थाना क्षेत्र के गांव मझारा निवासी सादिक की पत्नी मुनीशा की हालत ज्यादा खराब हुई तो वह जिला अस्पताल ले,आया जहां उसकी पत्नी मुनीशा को भर्ती कर लिया गया उपचार के दौरान मुनीशा उपचार के दौरान मुनीशा की मौत हो गई जबकि पति का कहना था,कि इलाज के लिए वह भटकता रहा. हो सकता है की जब यह लापरवाही हुई कि उसे शव वाहन उपलब्ध नहीं हुआ तो इलाज में भी लापरवाही रही हो, खैर यह तो जांच के बाद ही साफ होगा मगर.

मनीषा का दुखी पति मीडिया को दुखी हालत में जैसा बता पाया अभी तक तो हम वही कह सकते है,जैसा तस्वीरें वोल रही,वही कमरे पर कुछ नही कहा है,अभी तक लेकिन एक मीडियाकर्मी ने जब इस बाबत सीएमओ साहब से पुंछा तो संवेदना की बात करते हुए जांच की बात की  है,फिलहाल स्थिति जांच के बाद ही साफ हो पायेगी।