मेवात को मिला तोहफा , कालेजों में साईंस फैकल्टी की हुई शुरुआत 

खबरें अभी तक। शिक्षा के क्षेत्र में सूबे में सबसे फिसड्डी मेवात की सुध मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने ली है। देश को पहला शिक्षा मंत्री देने वाला मेवात शिक्षा से महरूम था। जिले में कालेज तो समय के साथ बढ़ते गए ,लेकिन इनमें साइंस संकाय की कमी लगातार छात्रों को खल रही थी। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने मेवात की आवाम की इस समस्या को गंभीरता से लिया तो साईंस फैकल्टी भी आसानी से मिल गई। साईंस फैकल्टी की इस सत्र से शुरुआत होने की खबर समाजसेवी संगठन मेवात विकास सभा के पदाधिकारियों को लगी तो उनकी ख़ुशी का ठिकाना नहीं रहा।

सोमवार को मेवात विकास सभा के प्रधान सलामुद्दीन की अगुवाई में कई पदाधिकारियों ने डीसी अशोक कुमार शर्मा से मुलाकात की और सरकार तथा प्रशासन का आभार जताते हुए फूलों का गुलदस्ता भेंट किया। दूसरी तरफ उपायुक्त अशोक शर्मा ने जिले के सभी एसडीएम और शिक्षा विभाग के अधिकारीयों के साथ बैठक की। उपायुक्त नूंह मेवात अशोक कुमार ने पत्रकारवार्ता के दौरान कहा कि राजकीय कालेज नगीना को पीजी कालेज का दर्जा दिया गया है। इस खंडहर नुमा कालेज की जल्द ही आबोहवा बदली जाएगी।

इस कालेज को मॉडल कालेज के रूप में विकसित किया जायेगा। पीजी कालेज और साईंस फैकल्टी के नहीं होने के कारण अब मेवात के बच्चों को दूरदराज इलाकों में दाखिला लेने के लिए नहीं जाना पड़ेगा। नगीना में इतिहास में एमए और तावडू तथा कन्या महाविद्यालय सालाहेड़ी में बीएससी की पढाई शुरू होगी। सरकार के इस फैसले का इलाके की जनता तहेदिल से स्वागत किया है। आपको बता दें कि नूंह मेवात जिले की आबादी लगभग 14 लाख है।

नगीना कालेज कई दशक पहले तो सालाहेड़ी में कालेज कुछ साल पहले ही बना , लेकिन साईंस फैक्लटी पहली बार इलाके के छात्र – छात्राओं को नसीब हो पायेगी। इसके अलावा फिरोजपुर झिरका में शांति सागर जैन कालेज चल रहा है , तो पुन्हाना में कन्या कालेज निर्माणाधीन है।