ग्राम स्वराज योजना के तहत दलित परिवार के साथ कुछ पल

खबरें अभी तक। ग्राम स्वराज योजना के अंर्तगत विधायक घनश्याम सर्राफ ने एक रात जिले के गांव ढाणा लाड्नपुर में बिताई। रात का भोजन भी दलित के घर खाया वहीं रात को सरकारी स्कूल में सोए तथा लोगों की समस्यांए भी सुनी। विधायक का कहना है कि लोगों की समस्याओं को पता चलेगा तथा उसका मौके पर ही निराकरण भी होगा।

ग्राम स्वराज योजना के तहत विधायक घनश्याम सर्राफ रात को गांव ढाणा लाड्नपुर के दलित राजेन्द्र के मकान में खाना खाने पहुंचे। परिवार के साथ भी कुछ पल बिताए ओर लोगों से मुलाकात की। इस दौरान लोगों की समस्याओं के बारे में भी जानकारी हासिल की। जिस पर लोगों ने अपनी समस्यांए बताई तथा देर रात तक समस्यां के बारे में मंथन किया गया। वहीं बाद में विधायक रात को वापिस नहीं लौटे बल्कि गांव के ही सरकारी स्कूल में उनका बिस्तर लगाया गया। जहां पर पूरी रात विधायक घनश्याम  सर्राफ ग्रामवासिओं और अपने कुछ कार्यक्रताओं के साथ सोए।

विधायक घनश्याम सर्राफ ने बताया कि यह योजना काफी अच्छी है। क्योंकि इससे पूरी रात सभी समस्याओं के बारे में जानकारी हासिल होगी तथा लोगों की समस्यां को भी वे बिल्कुल नजदीक से जान सकेंगे। उन्होंने बताया कि वो जनता के दिलों में उतरना चहाते है। इसलिए वे इस तरह के कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे हैं। उन्होंने बताया कि सरकार गरीबों व दलितों को लेकर काफी चिंतित है ताकि इन लोगों की समस्याओं का निपटारा हो सके।

उन्होंने बताया कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व मुख्यमंत्री मनोहर लाल लोगों के बीच में रहने के आदेश दे रहे हैं ताकि विधायक व मंत्रियों को लोगों की समस्यांओ की बारे में जानकारी मिल सकेगी। उन्होंने बताया कि ऐसी कोई समस्यां नहीं है जिसे दूर ना किए जा सके। उन्होंने बताया कि यह मुद्दा समाजिक समरसता को लेकर भी जुड़ा हुआ है। तथा वे लोगों में भाईचारा व प्रेम भी बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं तथा इस तरह के कार्यक्रम जरुर एक क्रांति लेकर आएंगे।  वही गांव में दलित राजेन्द्र की पत्नी व माता ने भी सरकार की इस मुहिम को काफी सराहा है।

उन्होंने बताया कि सरकार आज उनके घर आई जो कि बहुत खुशी की बात है। उन्होंने बताया कि उन्होंने भी मेहमान नवाजी में कोई कसर नही छोड़ी। उन्होंने बताया कि उन्होंने कुछ विशेष तो नहीं बनाया लेकिन दाल, रोटी व चावल के साथ ही भोजन दिया जो कि उन्होंने भी काफी प्रेम पूर्वक स्वीकार किया। सरकार की यह योजना कितना असर करेंगी ये तो आने वाला समय ही बता पाएगा लेकिन फिलहाल जरुर इसे सहरा जा रहा है उनका कहना है कि सरकार की यह पहल काफी सहरानीय है तथा भविष्य में इसके अच्छे परिणाम आ सकते हैं।