पीपल मेले में बाल मजदूरी का धंधा जोरों पर, देश का भविष्य सड़कों पर भीख मांग रहा है

खबरें अभी तक। जिला कुल्लू के मुख्यालय ढालपुर में इन दिनों देश का भविष्य सड़कों पर भीख मांग रहा है। वहीं, पीपल मेले में बाल मजदूरी का धंधा भी जोरों पर है। हैरत इस बात की है कि पूरा जिला प्रशासन ढालपुर मैदान के साथ बने कार्यालयों में ही दिन भर अपना काम करता है। लेकिन इन बच्चों पर किसी की नजर नहीं पड़ी। ढालपुर में इन दिनों पीपल मेले के लिए दुकाने सजी हुई है और बाहरी राज्य से आए छोटे छोटे बच्चे दिन भर या तो लोगों से भीख मांग रहे हैं या फिर गुब्बारे सहित अन्य सामान बेच रहे है।

दर-दर भटक कर भीख मांग रहे इन नौनिहालों को शिक्षा की ओर ले जाने के कदम न तो प्रशासन ने उठाए हैं और न ही नेताओं ने। केवल भाषण, जनसभा या अधिकारियों की बैठक तक ही बाल श्रम अभियान सीमित रह गया है। वहीं, कुल्लू में आस्था के नाम पर भी प्रवासी बच्चों के ही परिजन इनसे भीख मंगवा रहे हैं। परिजनों को भी जागरूक करने में संबंधित विभाग नाकाम साबित रहा है। जानकारी है कि कुछ दिन पूर्व बाल विकास विभाग ने मनाली से भी कुछ बच्चों को रैस्क्यू किया था और उनके परिजनों को चेतावनी भी दी थी।

लेकिन कुछ दिनों बाद बाजारों में यह नजारा दोबारा आम हो गया है। वहीं, जिला कार्यक्रम अधिकारी वीरेंद्र आर्य ने बताया कि विभाग की टीम ढालपुर मैदान का निरीक्षण करेगी और बच्चों को रैस्कयू किया जाएगा। वहीं, अगर कोई परिजन अपने बच्चों से भीख मंगवाता है तो उस पर भी कार्रवाई की जाएगी।