हरियाणा पुलिस बनी दिलदार, पासपोर्ट देखकर किया ठगियों को बरी

खबरें अभी तक। हरियाणा पुलिस अपने कारनामों के लिए मशहूर है। हाल ही में ताजा उदाहरण सामने आया है फरीदाबाद के  बल्लभगढ़  में व्यापारी के साथ ठगी के साथ हजारों रुपए की ठगी करने वाले ईरानी नागरिक को व्यापारियों द्वारा पुलिस को सौंपने पर बिना किसी जांच के छोड़ दिया गया। पुलिस ने ईरानी नागरिक सिर्फ इसलिए छोड़ दिया क्योंकि वह विदेशी था, जबकि ठगी करने वाले ईरानी नागरिक को व्यापारियों ने पकड़कर और उसकी पिटाई करने के बाद पुलिस को सौंपा था।

पुलिस कस्टडी में बंद इस नागरिक को छोड़ने से जहां व्यापारियों में पुलिस के प्रति रोष है वही पुलिस कि इस तरह की कार्य प्रणाली भी सवालों के घेरे में है। पुलिस के पास सीसीटीवी फुटेज भी पहुंच गई है, बावजूद इसके पुलिस अधिकारी भी इस मामले में कुछ भी कहने से साफ तौर पर इंकार कर रहे हैं।

बल्लभगढ़ शहर की  बर्तनों की दुकान पर ईरानी नागरिकों ने पहले व्यापारी को सम्मोहित कर हजारों रुपए की ठगी की थी। इस व्यापारी के पास  ईरानी नागरिक मात्र छोटा सा चाकू लेने आएं थे। लेकिन उसे सम्मोहित कर दोनों उस से लगभग ₹25000 ठगकर ले गए। यह पूरी घटना सीसीटीवी मेंं कैद भी हो गई और पुलिस ने इसे देख भी लिया लेकिन पुलिस ने इस संबंध मेंं कार्यवाही करना तो दूर व्यापारी की शिकायत भी नहीं ली। कल यही दोनों ईरानी नागरिक दूसरे व्यापारी को निशाना बनाने के लिए घूम रहे थे की इनका शिकार पहले व्यापारी ने इन्हें पहचान लिया और पकड़कर इनकी पिटाई कर दी। सभी व्यापारियों ने इकट्ठा होकर मौके पर पुलिस को बुला लिया और इन्हें पुलिस के हवाले भी कर दिया।

लेकिन रातभर में पुलिस ने इन्हें केवल इसलिए छोड़ दिया क्योंकि यह विदेशी नागरिक थे और इनके पास पासपोर्ट भी था। आज ही बल्लभगढ़ के व्यापारी के पास ईरानी नागरिकों द्वारा कल पलवल के बाजार में एक और व्यापारी को इसी तरह की घटना को अंजाम देने का सीसीटीवी फुटेज आया तो व्यापारियों ने पुलिस को बता कर उनसे संपर्क किया। लेकिन अब क्या होना था अब तो यह इरानी नागरिक पुलिस गिरफ्त से बहुत दूर जा चुका था। पीड़ित व्यापारी महेश सिंगला का कहना था कि जब उनके साथ पहले वारदात हुई थी तो तब पुलिस ने उनकी शिकायत भी नहींं ली थी। उन्होंने ईरानी नागरिकों को पहचान लिया और पुलिस के हवालेेे कर दिया, लेकिन पुलिस ने तब भी उनकी शिकायत दर्ज करना सही नहीं समझा।