भोजपुर में अस्पताल की लापरवाही से एक महिला की मौत

खबरें अभी तक। आज भोजपुर में फिर एक चिकित्सक के लापरवाही का खामियाजा प्रसव के फ़ौरन बाद महिला की मौत से भुगतना पड़ा है। मुफसिल थाना के चकिया गाँव से आरा ब्लाक अस्पताल में अनजारुल हक ने अपनी पत्नी नगमा खातूम का प्रसव पीड़ा के बाद प्रसव के लिए भर्ती कराया था । नगमा का रात करीब 9 बजे के ब्लड की उपलब्धता नहीं होने के कारण प्रसव के तुरंत बाद आरा ब्लाक अस्पताल से आरा सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया।

मरीज को रेफर करने के पहले मरीज के परिजन से ये बताया गया कि आपकी नवजात शिशु की तबियत सही नहीं है। इसलिए आपकी बच्ची को बेहतर इलाज के लिए आरा सदर अस्पताल भेजा जा रहा है । जब आरा सदर अस्पताल में नगमा को लाया गया तो मौके पर मौजूद चिकित्सक जितेंदर नाथ मिश्रा ने बताया कि सात बोतल खून चढ़ाना पड़ेगा।

इसका इंतजाम कीजिये। जब मरीज ने कहा कि अस्पताल में ब्लड बैंक है तो चिकित्सक एवं अस्पताल कर्मी ने कहा कि सुबह 8 बजे से शाम छह बजे तक ही ब्लड बैंक खुला रहता है, आप दूसरे जगह से पता कीजिये। जब तक मरीज के परिजन ब्लड की व्यवस्था करते तब तक नगमा की मौत हो चुकी थी।

अपनी कुव्यवस्थाओं के कारण आरा का सदर अस्पताल हमेशा से सुर्खियों में रहा है। यहां इलाज के अभाव में रोगियों की मौत होना आम बात हो गई है। मरीजों को अस्पताल में व्यवस्था नहीं रहने की वजह से आरा सदर अस्पताल का नाम बदल कर रेफर अस्पताल में तब्दील कर दिया गया है।