खबरें अभी तक। यमुनानगर जिला के जेल में पूर्व मंत्री निर्मल से पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा ने मुलाकात की और मीडिया से बात करते हुए कहा कि जो मुकदमा निर्मल सिंह पर बना वो नहीं बनना चाहिए था। कानून की लड़ाई कोर्ट में लडेंगे। वहीं राजनीति की लड़ाई सड़कों पर लड़ेंगे।वहीं मानेसर लैंड स्केम पर बोलते हुए हुड्डा ने कहा कि बीजेपी ने राजनीतिक दुर्भावना के कारण राजनीतिक प्रतिशोध की वजह से केस बनाया है। ये विफल सरकार है। अपनी विफलता छुपाने के लिए विरोधियों पर झूठे केस बना रही है। लोग अब इस इंतज़ार में है कि कब उन्हें मौका मिले और इन्हें घर भेजे।
बीजेपी पर निशाना साधते हुए हुड्डा ने कहा कि ये घोटालों की सरकार है। और इसका हाजमा बहुत तेज़ है। मैंने सुना था कि लकड़ हज़म पथर हज़म पर इस सरकार को अवैध माइनिंग का पथर भी हज़म है। गरीब आदमी की दाल रोटी की हमारी स्कीम ही बन्द कर दी दाल भी हज़म है। हमारे समय मे मुफ्त दवाई की स्कीम थी इन्होंने दवाइयों में घोटाला किया। दवाई भी हज़म है।
कोई नई बात नहीं इनेलो बसपा गठबंधन पर हुड्डा ने कहा पहले भी हुआ था आपने देखा क्या असर पड़ा। पहले भी पोलिंग वाले दिन ही गठबंधन टूट गया था। इनैलो का गठबंधन किसी से चल नहीं सकता भाजपा से भी कर के देख लिया इन्होंने गधबंधन। वहीं एसवाइएल पर इनैलो मगरमच्छ के आंसू बहा रही है। जो एसवाइएल का जो मामला है जो विलम्ब हुआ,जो पानी नहीं मिला उसकी पूर्ण रूप से दोषी इनैलो पार्टी है।
सुप्रीम कोर्ट का फैंसला आया कि वो इंदिरा गांधी अवार्ड और राजीव गांधी वाला समझौता है और उसका विरोध भी इन्होंने किया न्याय युद्ध का नाम देके 90 पररसेंट नहर तो बन गयी थी। अब तक पानी चालू हो। पीछे भी इनैलो ने ड्रामा किया चलो पंजाब हम नहर खोद कर आएंगे पर सड़क फाड़ कर आ गए। सड़क फाड़ी भी ऐसे की सड़क खुरच कर आ गए। इसी प्रकार से इनका ये आंदोलन है लोग इनको अच्छे से समझ चुके है।
वही खेल नीति पर हुड्डा ने कहा कि इनकी तो नीति यही है बहकावा और दिखावा। मीडिया में आप रोज देखेंगे बड़ी बड़ी फ़ोटो। विज्ञापन पर ये सरकार पौने चार अरब रूपये खर्च कर चुकी है। ये तो मोटा मोटा हिसाब मैंने बताया है ये बहकाने की बात करते है। 154 वादे किए कोई भी पूरा नही किया। वही दादुपुर नलवी नहर बन्द करने के मामले में हुड्डा ने कहा कि सरकार का काम होता है नहर खोदना ये ऐसी सरकार आई है जो नहर बन्द करने का काम कर रही है। लोगो की बुढ़ापा पेंशन बन्द करने का काम गरीब आदमी की दाल रोटी बन्द करने का काम इस सरकार ने किया। कर्ज़े में दबा दिया हरियाणा को 2014 में जब तक हमारी सरकार थी तब 60 हज़ार करोड़ था।
अक्टूबर में इनकी सरकार बन गयी और मार्च 2015 में 70 हज़ार करोड़ कर्ज़ हो गया। उसके बाद आज ये कर्जा एक लाख 60 हज़ार करोड़ हो गया। पैसा कहा लगा ये नहीं पता। एक नया प्लान नहीं बनाया। एक मेट्रो कहीं एक इंच भी नहीं ले गए। कोई रेलवे लाइन नहीं। साढ़े तीन साल में कुछ नहीं किया। जब सरकार बनी तो मैंने कहा कि इनके अच्छे कामो की प्रशंसा करूँगा लेकिन बड़े अफसोस के साथ कहना पड़ता है कि इन्होंने कुछ नही किया।