कानपूर: नेशनल हाइवे पर अवैध रुप से वसूला जा रहा टोल टैक्स

ख़बरें अभी तक। कानपुर देहात का  बाराटोल हमेशा विवादित चर्चाओं में रहा है जो दिनांक 6 अगस्त 2015 को नेशनल हाइवे 2 सिकंदरा के पास से हटा कर नेशनल हाइवे 90 बारा गावं के पास स्थापित किया गया. जहां इस टोल प्लाजा के द्वारा नेशनल हाइवे 25 और नेशनल हाइवे 2 की वसूली की जा रही है. वहीं लोगों का आरोप है की टोल फर्जी तरीके गलत जगह लगा कर संचालित किया जा रहा है और लोगों से अवैध रूप से टोल वसूला जा रहा है. जिसमें प्रशासन की मिलीभगत प्रतीत होती नजर आती है

 

वहीं बीजेपी के क्षेत्रीय सांसद के द्वारा मई 2016 को विधानसभा चुनाव को देखते हुए इस टोल प्लाजा को लेकर सांसद जी ने सियासत करते हुए जनपद  के लोगों को टोल प्लाजा फ्री कराने  की मुहिम छेड़ी और प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनते ही सांसद जी ने टोल के मुद्दे को ठंडे बस्ते में डाल दिया, वहीं टोल टैक्स की वसूली और अवैध टोल के चलते  कानपुर देहात के सिविल बार एसोशियेशन के सैकड़ों वकीलों ने प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को देकर अनिश्चित कालीन धरने बैठे और शासन से मांग की, कि फर्जी तरीके से संचालित टोल प्लाजा को हटाया जाए और जिस जगह के लिए टोल का प्रस्तावित् था उसी जगह टोल स्थापित किया जाए और टोल कम्पनी के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया जाए. वहीं टोल के जनरल मैनेजर ने बताया की टोल प्लाजा के लिए NHAI ने जो जगह मुहैया कराई है उसी जगह टोल स्थापित किया गया है और NHAI के नियमों का पालन ना कर टोल टेक्स वसूला जा रहा है|

 

फिलहाल अब देखना यह है की जनता के हितों के लिए क्या सिविल बार एसोसिएशन की ये मुहिम में कामयाब होती है या नहीं , पूरे मामले में कहीं ना कहीं शासन स्तर के नेता, मंत्री, सांसद व प्रशासन स्तर के अधिकारियों की मिलीभगत साफ नजर आती है क्योंकि वास्तविक रूप में टोल प्लाजा नेशनल हाईवे 2 के लिए प्रस्तावित था लेकिन इस टोल प्लाजा को नेशनल हाईवे 19 पर गलत तरीके से प्रशासनिक अधिकारियों और नेताओं ने सांठगांठ करके स्थापित करवाया फिलहाल पूरे मामले में कोई भी अधिकारी कुछ भी कार्यवाही करने के लिए तैयार नहीं है अब देखना यह है क्या अब टोल प्लाजा पर कार्रवाई हो पाएगी या नहीं|