खून से लथपथ पड़े युवक की मदद पड़ी मेहंगी

खबरें अभी तक।  सड़क पर खून से लथपथ पड़े एक व्यक्ति को एक युवक ने इंसानियत दिखाते हुए इलाज के लिए शहर के ट्रामा सेंटर पहुंचाया। ट्रामा सेंटर में असुविधा देखकर युवक अपना गुस्सा रोक नहीं पाया और तत्काल इलाज मुहैया करवाने के लिए डाक्टरों से भिड़ गया। बात इतनी बढ़ गई कि गाली-गलौच शुरू हो गई। सूचना पाकर कुछ देर में पुलिस भी मौके पर पहुंच गई लेकिन पुलिस ने डाक्टर की शिकायत पर युवक को ही हिरासत में ले लिया और थाने ले आई। पुलिस ने उसे रविवार को कोर्ट में पेश किया। जहां से उसे जमानत पर रिहा कर दिया गया है।

जानकारी के अनुसार शहर के आनंद नगर निवासी विशाल यादव स्कूटी पर सवार होकर अपने घर जा रहा था। रास्ते में उसे एक व्यक्ति खून से लथपथ पड़ा हुआ मिला।

उसने इंसानियत दिखाते हुए लहूलुहान व्यक्ति को गंभीर अवस्था में ही स्कूटी पर अपने साथ लेकर ट्रॉमा सेंटर पहुंच गया। विशाल का आरोप है कि ट्रॉमा सेंटर में डॉक्टर रूम से बाहर ही नहीं निकले और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों ने इलाज शुरू कर दिया।

इसी बात को लेकर उसकी ट्रॉमा सेंटर के कर्मचारी दीपक व राजेश आर्य से कहासुनी हो गई। शोर शराबा सुनकर ड्यूटी पर तैनात एस.एम.ओ. डा. बलजीत बाहर आए, वहीं ट्रामा सेंटर में तैनात चिकित्सकों का आरोप है कि डाक्टर के साथ विशाल ने गाली-गलौच शुरू कर दी और उनके साथ बदसलूकी की। मौके पर पहुंची गोकल गेट चौकी पुलिस ने डाक्टरों की शिकायत पर विशाल के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर उसे हिरासत में लिया और बीती शाम ही कोर्ट में पेश कर दिया। जहां से उसे जमानत पर रिहा कर दिया है।

जांचकर्ता सुरेंद्र कुमार ने कहा कि विशाल ने किसी की जिंदगी बचाते हुए इंसानियत की मिशाल पेश की है लेकिन शराब के नशे में उसने पहले डॉक्टर व ट्रॉमा सेंटर के कर्मचारियों के साथ गाली-गलौच की और फिर पुलिस को भी अपशब्द कहे। डा. बलजीत की शिकायत पर विशाल के खिलाफ केस दर्ज किया और उसे कोर्ट से जमानत भी मिल गई है।