एक ही गांव के लड़के-लड़की का आपसी विवाह नहीं माना जाएगा : महापंचायत

खबरें अभी तक।  अहीरवाल के किसी भी गांव में एक ही गांव के लड़के-लड़की का आपसी विवाह किसी भी गांव में किया गया तो गांव वालों से बुरा कोई नहीं होगा? इतना ही नहीं इस आदेश को खारिज करने के लिए किसी भी कोर्ट तक जाने को तैयार हो गए ग्रामीण।

निर्णय उस समय लिया गया जब शिकोहपुर में देश भर के काज (देश भर का भण्डारा) को लेकर 72 गांवों की महापंचायत बुलाई गई थी। रविवार को शिकोहपुर निवासी श्यामलाल यादव अपने स्व: माता-पिता की पुण्यतिथि मनाने को लेकर देश भर के लोगों के लिए विशाल भंडारे का आयोजन कर रहे है।

परम्परा के अनुसार अहीरवाल में इस तरह के विशाल भंडारे के आयोजनों के लिए अपने गांव से लेकर सभी 72 गांवों के पंच-सरपंच व नम्बरदारों द्वारा व्यवस्था को लेकर दिये गए सुझाव ही मान्य होते है।

इस महापंचायत के दौरान आए सभी सरदारों ने कोर्ट द्वारा एक ही गांव के लड़के-लड़की की शादी होने पर रजामंदी को खारिज करते हुए कहा कि यदि इस तरह का कोई मामला किसी भी गांव में घटित होता है तो उसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जिसके लिए सभी 72 गांवों से आए लोगों ने एक विशेष कमेटी का गठन भी किया।