इंदौर हादसा: सात घंटे पहले ही धंस गए थे बिल्डिंग के पिलर, हिलने लगी थीं दीवारें

खबरें अभी तक। मएस होटल की बिल्डिंग ने हादसे के संकेत पहले ही दे दिए थे। बिल्डिंग में ही मोटर पंप की दुकान चलाने वाले व्यापारी ने खुलासा किया कि तीन दिन से होटल मालिक को बता रहे थे कि दीवारें हिल रही हैं। इसे ठीक कराएं। इस पर उसने जवाब दिया कि रविवार को देखेंगे। शनिवार दोपहर (सात घंटे पहले ही) बिल्डिंग के पिलर जमीन में धंस गए थे। दोबारा होटल मालिक को फोन किया, लेकिन उसने सुध नहीं ली।

रात को एक दीवार भी ढह गई। उसके दस मिनट बाद पूरी बिल्डिंग जमींदोज हो गई। होटल के नीचे पाटीदार ट्रेडर्स (मोटर पंप दुकान) के संचालक नीलेश पाटीदार ने बताया होटल मालिक शंकर परवानी को बिल्डिंग की हालत के बारे में कई बार चेताया था। छज्जा भी गिर गया था। परवानी बुलाने पर भी नहीं आता था। जब होटल आता था तो तुरंत निकल जाता था। पिलर धंसने के बाद भी फोन पर संपर्क किया, लेकिन परवानी ने फिर टाल दिया। पाटीदार खतरा भांपकर जल्द ही दुकान बंद कर घर चले गए थे। घर पहुंचने के आधा घंटे बाद उन्हें फोन आया कि बिल्डिंग गिर गई।

ऐसी बिल्डिंग में काम नहीं कर सकतीं

बिल्डिंग में ही सागर ज्यूस सेंटर में काम करने वाली 3 महिला कर्मचारी दीवारें हिलने से घबराई और कहा कि वे ऐसी बिल्डिंग में काम नहीं कर सकतीं। उसके बाद दुकान से बाहर भागकर अपनी जान बचाई।

मलबे में मिली आपत्तिजनक सामग्री

मलबे में होटल के चार साल पुराने रजिस्टर और कई ग्राहकों के वोटर व आधार कार्ड की फोटो कॉपी मिली। रजिस्टर के रिकॉर्ड के अनुसार वहां कई लड़के-लड़कियां आते थे। उन्हें 200 से 700 रपए में कमरे दिए जाते थे। वहां आपत्तिजनक सामग्री भी मिली, जिससे अनैतिक गतिविधियां होने की आशंका है। आसपास के लोगों ने बताया होटल में चलने वाली गतिविधियों के बारे में पुलिस को जानकारी थी, लेकिन किसी ने कुछ नहीं किया।