गांव असावटी में लगा कानूनी जागरूकता शिविर

खबरें अभी तक। जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण के संयोजन में उड़ान मुझे उड़ने दो के तहत गांव असावटी में बाल विवाह को रोकने संबंधी विशेष कानूनी जागरूकता शिविर व हस्ताक्षर अभियान चलाया गया। प्राधिकरण की अध्यक्षा व सेशन जज मनीषा बत्रा तथा सचिव व मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट डॉ. कविता कांबोज के मार्गदर्शन में लगाए गए शिविर में पैनल अधिवक्ता जगत ¨सह रावत ने ग्रामीणों को बताया कि बाल मित्र नालसा योजना 2015 के अन्तर्गत बाल अधिकारों के संरक्षण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बाल विवाह निषेध जागरूकता अभियान की शुरुआत की गयी है, जिसका उद्देश्य बच्चों के संवैधानिक अधिकारों को संरक्षित करना है।

उन्होंने कहा कि बाल विवाह निषेध अधिनियम 2006 के अंतर्गत बाल विवाह करना व करवाना दोनों ही कानूनी अपराध है। बाल विवाह एक सामाजिक कुरीतियों में से एक है, जो बच्चों के बचपन व किशोरावस्था, शिक्षा के अवसर को छीनता है, जिससे बच्चों का शारीरिक, मानसिक, मनोवैज्ञानिक तथा भावानात्मक विकास पूर्ण रूप से नहीं हो पाता है और वे परिपक्वता के अभाव के कारण शिक्षा एवं अर्थपूर्ण कार्यों से वंचित रह जाते हैं। शिविर में राम बाबू, सतपाल, सोहनपाल, दीपक, महेश, यशवंत भाटी सहित कई ग्रामीण मौजूद रहे।