BCCI में फिर खड़ा हुआ बखेड़ा, अब एंटी करप्शन यूनिट के नए मुखिया की नियुक्ति पर हुआ बवाल

खबरें अभी तक. आए दिन भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) के पदाधिकारियों और सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त प्रशासकों की समिति (सीओए) के बीच किसी ना किसी मुद्दे पर टकराव की स्थिति देखने को मिल रही है। ताजा मामले में बीसीसीआइ के भ्रष्टाचार निरोधी इकाई (एसीयू) के नए मुखिया की नियुक्ति पर बखेड़ा खड़ा हो गया है।

नए प्रमुख की नियुक्ति पर बवाल

दरअसल सीओए ने राजस्थान के पूर्व पुलिस महानिदेशक अजीत सिंह को बीसीसीआइ की एसीयू का नया मुखिया नियुक्त करने के लिए कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी से सहमति मांगी लेकिन उनके जवाब ना देने की स्थिति में सीओए ने शनिवार को आर्थिक वर्ष का आखिरी दिन होने की वजह से अपनी प्रक्रिया पूरी कर ली।

सीओए ने 31 मार्च को अजीत सिंह की नियुक्ति को लेकर अमिताभ को ईमेल भेजा और सहमति मांगी थी लेकिन अमिताभ ने उसे बोर्ड के संविधान के विरुद्ध बताते हुए स्वीकार करने से मना कर दिया था। समझा जा रहा है कि चौधरी ने एसीयू के नए प्रमुख की नियुक्ति पर इसलिए सहमति नहीं दिखाई क्योंकि उनके द्वारा जनरल मैनेजर रत्नाकर शेट्टी के करार को तीन महीने के बढ़ाने के अनुरोध को सीओए और बोर्ड के सीईओ राहुल जौहरी द्वारा अनसुना कर दिया गया था। ईमेल में चौधरी ने लिखा है कि रत्नाकर शेट्टी के तीन महीने के करार को बढ़ाने के अनुरोध पर सीओए और सीईओ ने बिना किसी वजह के खारिज कर दिया। अमिताभ ने आगे अपने ईमेल में लिखा है कि मुझे पता है कि आइपीएल का आगामी सत्र शुरू होने वाला है और मैं इस बात से भी अवगत हूं कि नीरज कुमार के करार को 31 मई के लिए बढ़ा दिया गया था, लेकिन इसके बावजूद नए एसीयू प्रमुख की नियुक्ति मेरे समझ से परे है।