बायोमीट्रिक हाजिरी को लेकर अब डाक्टरों और कर्मचारियों की लापरवाही उनकी सैलरी पर भारी पड़ेगी। अस्पतालों में सभी को बायोमीट्रिक हाजिरी को गंभीरता से लेना होगा। क्योंकि प्रदेश सरकार ने इस हाजिरी मशीन को सीधे ट्रेजरी से जोड़ दिया है। मशीन में यदि अंगुली सही नहीं लगी और हाजिरी समय पर दर्ज नहीं हुई तो सीधी सैलरी कट जाएगी। ट्रेजरी के अंदर बायोमीट्रिक हाजिरी को लेकर स्पेशल रिकॉर्ड अब सरकार रखेगी।
ऐसे में अस्पताल प्रशासन द्वारा भेजा गए रिकॉर्ड का मिलान ट्रेजरी में किया जाएगा। यदि किसी प्रकार की गड़बड़ी की आशंका नजर आती है संबंधित चिकित्सक व कर्मचारी की सैलरी को रोक दिया जाएगा। सरकार की यह पॉलिसी एक अप्रैल से सभी सरकारी अस्पतालों पर लागू हो जाएगी, जिसके के बाद अस्पताल प्रशासन को बायोमीट्रिक हाजिरी को गंभीरता से लेना होगा।