संयुक्त राष्ट्र चीफ गुतारेस चाहते हैं गाजा हिंसा की जांच, इजरायल ने हमास को बताया जिम्मेदार

संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने इजरायली सेना के साथ संघर्ष में 16 फिलिस्तीनियों के मारे जाने तथा इसमें सौ से अधिक लोगों के जख्मी होने के बाद मामले में ‘‘स्वतंत्र और पारदर्शी’’ जांच का आह्वान किया है. गाजा पट्टी में इजरायल और फिलिस्तीन के बीच हिंसा बढ़ने की आशंका पर संयुक्त राष्ट्र में सुनवाई के दौरान उन्होंने यह अपील की. गुतारेस के उप प्रवक्ता फरहान हक ने बीते 30 मार्च को बयान जारी कर कहा, ‘‘महासचिव ने इन घटनाओं की स्वतंत्र और पारदर्शी जांच की अपील की है.’’

उन्होंने कहा कि विश्व निकाय शांति प्रयासों को फिर से शुरू करने के लिए ‘‘तैयार है.’’ हक ने कहा कि गुतारेस ने ‘‘संबंधित पक्षों से अपील की कि ऐसी कोई कार्रवाई नहीं करें जिससे कोई हताहत हो और खासकर नागरिकों को किसी तरीके से नुकसान पहुंचे.’’ कुवैत ने गाजा में अस्थिरता की स्थिति पर चर्चा करने के लिए बैठक बुलाने का अनुरोध किया था, जिसमें फिलिस्तीन ने कहा कि वर्ष 2014 के गाजा युद्ध के बाद से इजरायल की ओर से एक ही दिन में अब तक की सबसे घातक हिंसा में 16 लोग मारे गए.

राजनीतिक मामलों के सहायक संयुक्त राष्ट्र महासचिव ताये ब्रूक जेरिहोउन ने कहा, ‘‘इस बात का डर है कि आने वाले दिनों में स्थिति और बिगड़ सकती है.’’ अमेरिका में इजरायल के राजदूत डेनी डेनन ने बैठक से पहले एक लिखित बयान में हिंसा के लिए हमास को जिम्मेदार ठहराया.

गौरतलब है कि गाजा सीमा पर इजरायली सुरक्षा बलों के साथ संघर्ष में 16 फिलिस्तीनी प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई. प्रदर्शनकारी भूमि दिवस (लैंड डे) के मौके पर प्रदर्शन कर रहे थे. स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता ने यह जानकारी दी. प्रवक्ता ने समाचार एजेंसी एफे से कहा कि हमास द्वारा शुक्रवार (30 मार्च) को भूमि दिवस पर आहूत किए गए प्रदर्शन के दौरान करीब 2000 अन्य फिलीस्तीनी घायल हो गए. प्रदर्शनकारी फिलिस्तीनी शरणार्थियों व उनके वंशजों के अपने देश लौटने की अनुमति देने की मांग कर रहे थे.

संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, गाजा के 20 लाख लोगों में से आधे से अधिक शरणार्थी हैं. इजरायली डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) ने एक बयान में कहा कि गाजा पट्टी सुरक्षा बाड़े से लगे पांच जगहों पर 17,000 फिलिस्तीनी दंगा कर रहे हैं. बयान में कहा गया, “विद्रोही टायर जला रहे हैं व सुरक्षा बाड़ व आईडीएफ जवानों पर फायरबम व पत्थर फेंक रहे हैं. आईडीएफ जवान इन्हें तितर-बितर करने के की कोशिश कर रहे हैं और प्रमुख दंगाइयों पर गोलीबारी कर रहे हैं.”