दिव्यांग महिला का रोका वेतन

खबरें अभी तक।  क्षेत्रीय अस्पताल सोलन में पिछले कई वर्षों से सेवाएं दे रही दिव्यांग महिला एक माह से वेतन के लिए तरस रही है। उसे अभी तक फरवरी माह का वेतन नहीं मिल पाया है। महिला कर्मचारी का कहना है कि यदि उसे इसी तरह तंग किया जाता रहा तो वह इसकी शिकायत मुख्यमंत्री से करेगी। उमा कुमारी चलने में असमर्थ है और वह पांवों के साथ-साथ हाथ की सहायता से गांव अणु से अस्पताल तक का सफर करती है। दिनभर अस्पताल में सेवाएं देती है। वह पर्चियां काटने के साथ-साथ कम्प्यूटर पर डाटा एंट्री का कार्य करती है।

अस्पताल में आर.के.एस. के तहत कार्य कर रही दिव्यांग
उमा कुमारी ने बताया कि वह अस्पताल में आर.के.एस. के तहत कार्य कर रही है और उसे फरवरी माह का वेतन नहीं दिया गया है। इस कारण घर का खर्च चलाना मुश्किल हो गया है। वह फरवरी माह में बीमार हो गई थी और 3-4 दिन काम पर नहीं आ सकी थी। अब उसे कहा जा रहा है कि उसकी हाजिरी कम है इसलिए उसके पैसे रोके गए हैं। इसकी शिकायत उसने एम.एस. से भी की थी। उमा ने मांग की कि जितने दिन उसने कार्य किया है, उसके तो पैसे समय पर दिए जाएं लेकिन मार्च का पूरा महीना बीतने के बाद भी उसे उसके कार्य का वेतन नहीं दिया गया है। उमा के अनुसार इससे पहले भी अस्पताल प्रशासन ने इसी तरह उसका वेतन रोक दिया था।

क्या कहते हैं अधिकारी
क्षेत्रीय अस्पताल सोलन  के एम.एस. डा. राजन उप्पल ने बताया कि 2 दिन पहले ही यह शिकायत मेरे पास आई थी और तुरंत दिव्यांग महिला कर्मचारी का वेतन देने के निर्देश दिए गए हैं। वेतन की राशि आर.के.एस. से कांट्रैक्टर के खाते में डाली जाती है, जिसके बाद कांट्रैक्टर वेतन कर्मचारी के खाते में डालता है। कांट्रैक्टर को जल्द वेतन देने को कहा गया है। वह इसकी जांच करेंगे कि वेतन दिया गया है या नहीं और इसका जवाब मांगा जाएगा।