इराक में मारे गए 39 भारतीयों के पार्थिव अवशेष 2 अप्रैल को लौट सकते हैं भारत

इराक में 2014 में मारे गए 39 भारतीयों के पार्थिव अवशेष अगले महीने भारत लाए जा सकते हैं। इसके लिए केंद्रीय मंत्री वीके सिंह 1 अप्रैल को इराक जाएंगे और वहां से इन भारतीयों के अवशेषों को भारत लाया जाएगा। हालांकि, इसे लेकर फिलहाल विदेश मंत्रालय की तरफ से कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है लेकिन मीडिया रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि वीके सिंह को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है जो पहले भी इन भारतीयों की तलाश को लेकर इराक का दौरा कर चुके हैं।

इससे पहले पिछले हफ्ते ही वीके सिंह ने कहा था कि मारे गए 39 भारतीयों के अवशेष भारत लाने में 8-10 दिनों का वक्त लग सकता है। इसके लिए कुछ लीगल प्रक्रियाएं होती हैं जिन्हे पूरा करना होता है और इसके बाद ही हम उन्हें भारत ला सकेंगे।

तीन साल पहले इराक में गायब हुए 39 भारतीयों की मौत हो गई है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने संसद में एक बयान देकर इनकी मौत की जानकारी दी। ये भारतीय इराक की एक कंस्ट्रक्शन कंपनी में काम कर रहे थे और पिछले तीन साल से इनकी मौत के सबूत नहीं मिल पा रहे थे। इसे हासिल करने के लिए केंद्र सरकार ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की अगुवाई में तीन साल तक खोजी अभियान चलाए रखा और अब जाकर इसका खुलासा हुआ है कि मोसुल से गायब हुए 39 भारतीयों को आंतकी संगठन आईएसआईएस ने मारा डाला है।