इतना आसान नहीं था पहली ट्रांसजेंडर न्यूज एंकर बनना, पढ़िए मार्विया की कहानी उन्हीं की जुबानी

पाकिस्तान के इतिहास में पहली बार एक ट्रांसजेंडर को एक न्यूज एंकर बनाया गया। प्राइवेट न्यूज चैनल कोहिनूर न्यूज पर ट्रांसजेंडर मार्विया मलिक ने बुलेटिन पढ़ा। एक ट्रांसजेंडर को न्यूज एंकर के तौर पर मौका देने के लिए चैनल की तारीफ की जा रही है। सोशल मीडिया पर इसे लेकर काफी चर्चा हुई। ट्विटर पर लोगों ने पाकिस्तानी चैनल द्वारा एक ट्रांसजेंडर को चुनने और उसे एंकर बनाने की सराहना की। यूजर्स ने इसे एक क्रांतिकारी कदम बताया। सोशल मीडिया के साथ ही दुनियाभर की मीडिया में भी पाकिस्तानी चैनल की ये एंकर काफी सुर्खियां बटोर रही है। लेकिन मार्विया मलिक के लिए यह इतना आसान नहीं था। मार्विया ने बताया कि यहां तक पहुंचने के लिए उन्हें किन-किन मुसीबतों का सामना करना पड़ा।

मार्विया मलिक ने बताया कि वह एक पत्रकार या वकील बनना चाहती थीं। वे अपने साथी ट्रांसजेंडर की तरह सड़को पर भीख मांगना, नाचना या तस्करी जैसे काम नहीं करना चाहती थीं। मलिक ने कहा कि उन्होंने सभी प्रकार के दुरुपयोग का सामना किया है। हालांकि उन्होंने कहा कि ऐसी चीजों ने उन्हें एक मजबूत व्यक्ति बनाया।

मार्विया मलिक ने कहा कि मेरे पास कई मॉडलिंग ऑफर हैं जिन पर मैं विचार कर रही हूं। मैं अपने समुदाय के लिए कुछ करना चाहती हूं। मैं अपने समुदाय को मजबूत करना चाहती हूं। हम जहां भी जाते हैं हमें नीची नजरों से देखा जाता है। लेकिन ऐसा कुछ नहीं है जो हम नहीं कर सकते। हम शिक्षित हैं, हमारे पास डिग्री हैं, लेकिन हमारे पास अवसर और कोई प्रोत्साहन नहीं है। मैं यही चीज बदलना चाहती हूं। जैसा कि मैंने फैशन इंडस्ट्री में इतिहास बनाया। अब मैं मीडिया इंडस्ट्री में भी ऐसा करना चाहती हूं।

ट्रांसजेंडर को डांस करने और भीख मांगने के लिए मजबूर होना पड़ता है क्योंकि उनके पास आय का कोई दूसरा साधन नहीं है। ट्रांसजेंडर को परिवारों से त्याग दिया जाता है। उन्हें अपना सबकुछ छोड़ कर कहीं और जाने पर मजबूर होना पड़ता है। मेरे ट्रांसजेंडर दोस्तों के पास मास्टर की डिग्री है लेकिन उनके पास नौकरियां नहीं हैं, इसलिए वे सड़कों पर नाचते और भीख मांगते हैं या सेक्स वर्कर बन जाते हैं। यही कारण है कि मैं एक ऐसे कानून की मांग कर रही हूं जिसमें संपत्ति में ट्रांसजेंडर का भी हक हो।