चरस माफिया हुआ सक्रिय,भांग उखाड़ो अभियान हुआ फेल,

खबरें अभी तक। जिला के ऊंचे पहाड़ों में चरस माफिया सक्रिय हो गया है। घाटी में इस साल बर्फबारी कम होने से चरस माफिया एक माह पहले ही भांग बीजाई के कार्य में जुट गया है। सूत्रों की मानें तो इस साल चरस माफिया ने अप्रैल माह अंतिम पखवाड़े में भांग बीजाई का कार्य शुरू किया था लेकिन इस साल जंगलों में बाड़बंदी करने के बाद अपने-अपने प्लाटों में हाईब्रिड किस्म की भांग की बीजाई की जा रही है। यही नहीं माफिया ने वन भूमि पर चरस बीजाई के साथ राजस्व विभाग की भूमि पर भी भांग बीजनी शुरू कर दी है। हर साल कुल्लू जिला के जंगलों में हजारों बीघा भूमि पर वन, राजस्व और पुलिस विभाग की नाक तले भांग की बीजाई होती है।

भांग उखाड़ो अभियान चलाया हुआ फेल
हालांकि संबंधित विभाग को इस बारे जानकारी होती है लेकिन इसके बावजूद भी कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई जाती है। अक्सर देखा गया है कि सितम्बर माह में बड़े स्तर पर भांग उखाड़ो अभियान चलाया जाता है लेकिन इसके बावजूद भी हजारों बीघा भूमि पर बीजी गई भांग पूरी तरह से नष्ट नहीं हो पाती है। पुख्ता सूत्रों की मानें तो जिला की मणिकर्ण घाटी, मलाणा की पहाडिय़ों, ऊझी घाटी, खराहल घाटी, सैंज व बंजार आदि अनेक इलाकों में भांग बीजाई का कार्य आरंभ हो गया है।

वन भूमि पर बीजी गई भांग को चिन्हित करने के निर्देश दिए हैं। वन क्षेत्र में अवैध गतिविधियों को अंजाम देने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

 

बी.एल. नेगी, वन अरण्यपाल कुल्लू

पुलिस विभाग अति संवेदनशील इलाकों में रैकी कर रहा है। इसके लिए थाना व चौकी प्रभारियों को निर्देश जारी किए हैं। पुलिस ऐसे मामलों में गंभीर है। जल्द ही भांग बिजाई करने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।