बंजर भूमि को श्रम से सींच तीन दोस्त उपजा रहे खुशहाली की फसल

सोच को अपनी ले जाओ उस शिखर पर, ताकि उसके आगे सितारे भी झुक जाएं’, इसे सही साबित किया है तीन दोस्‍तों ने। हिसार ऑटो मार्केट के तीन दोस्त संतलाल चित्रा, राजा सोनी और मुकेश सोनी अपनी सोच को वाकई उस शिखर तक ले गए और कामयाबी के सितारे आज उनके कदमों में हैं। उन्‍होंने बंजर भूमि पर खेती कर सालाना 60 लाख रुपये कमा रहे हैं।

एक शुभचिंतक की सलाह पर तीनों ने एलोवेरा की खेती करने की ठानी। दिक्कत यह थी कि उनके पास जौ भर जमीन नहीं थी। लीज पर जमीन लेने का फैसला किया। बहुत मुश्किल से एक किसान ने अपनी दो एकड़ अनुपयोगी पड़ी जमीन दी। तीनों ने उसे अपने श्रम के पसीने से सींचा। आज 62 एकड़ जमीन लीज पर लेकर खुशहाली की फसल काट रहे हैं। रोहतक में आयोजित एग्री लीडरशिप समिट में पहुंचे ये तीनों किसान युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत हैं।

तीनों दोस्तों में एक संतलाल चित्रा मोटर मैकेनिक थे। बाकी दो राजा और मुकेश टायर बेचते थे। तीनों के परिवार का बामुश्किल गुजर बसर होता था। एक दिन राजस्थान के चुरू के रहने वाले आबिद हसन अपनी गाड़ी ठीक कराने संतलाल के पास पहुंचे। संतलाल ने आबिद की गाड़ी ठीक कर दी तो आबिद की सलाह ने संतलाल और उनके दोनों दोस्तों की जिंदगी की गाड़ी पटरी पर ला दी।

तीनों दोस्तों में एक संतलाल चित्रा मोटर मैकेनिक थे। बाकी दो राजा और मुकेश टायर बेचते थे। तीनों के परिवार का बामुश्किल गुजर बसर होता था। एक दिन राजस्थान के चुरू के रहने वाले आबिद हसन अपनी गाड़ी ठीक कराने संतलाल के पास पहुंचे। संतलाल ने आबिद की गाड़ी ठीक कर दी तो आबिद की सलाह ने संतलाल और उनके दोनों दोस्तों की जिंदगी की गाड़ी पटरी पर ला दी।