सपा-बसपा गठबंधन की वजह से हारे यूपी में लोकसभा उपचुनाव : अमित शाह

भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने शनिवार को स्वीकार किया कि उत्तर प्रदेश में लोकसभा उपचुनावों में सपा और बसपा के बीच अंतिम समय में हुए गठबंधन की वजह से उनकी पार्टी की हार हुई है। हार के कारणों का विश्लेषण करने के लिए एक समिति का गठन किया गया है।

एक न्यूज चैनल के साथ साक्षात्कार में जब अमित शाह से पूछा गया कि 2019 में सपा-बसपा के संभावित गठजोड़ से क्या भाजपा का चुनावी गणित गड़बड़ा सकता है? इस पर उन्होंने कहा कि यह बहुत आसान नहीं है। पार्टी अगले लोकसभा चुनावों में 50 फीसद मत हासिल करने के लिए पूरी तरह तैयार है।

भाजपा अध्यक्ष ने कहा, ‘मीडिया दो सीटों (गोरखपुर और फूलपुर) के चुनाव परिणामों को प्रमुखता दे रहा है।कांग्रेस ने पार्लियामेंट कांप्लेक्स में मिठाइयां भी वितरित की, लेकिन कोई भी उन 11 राज्यों के बारे में बात नहीं कर रहा जो हमने उनसे छीन लिए। कोई भी त्रिपुरा के बारे में बात नहीं कर रहा। हमें यह ध्यान रखना चाहिए कि उपचुनाव स्थानीय मुद्दों पर लड़े जाते हैं, लेकिन आम चुनावों में वरिष्ठ नेता और बड़े मुद्दे शामिल होते हैं।’

उपचुनावों में हार के लिए अतिआत्मविश्वास को कारण बताने संबंधी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर अमित शाह ने कहा, उन्हें नहीं पता कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री का संदर्भ क्या था।

2019 के आम चुनाव बिना तेलुगु देसम पार्टी और शिवसेना के समर्थन के लड़ने के प्रश्न पर भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि 2014 में 11 पार्टियों ने भाजपा से हाथ मिलाया था। उनमें से सिर्फ एक ही साथ छोड़कर गई है। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन एकजुट बना रहेगा। कर्नाटक विधानसभा चुनावों के बारे में उन्होंने कहा कि जिस तरह मुख्यमंत्री सिद्दरमैया वहां सरकार चला रहे हैं, भाजपा वहां अवश्य जीत हासिल करेगी। पाकिस्तान द्वारा संघर्ष विराम उल्लंघन के सवाल पर अमित शाह ने कहा कि पाकिस्तान की ओर से फायर की गई हर गोली का जवाब बम से दिया जाएगा। यही एक मात्र समाधान है।