खबरें अभी तक। 25 अगस्त को पंचकूला में हुई हिंसा को भड़काने के मामले में अब एक नया खुलासा हुआ है। पंचकूला में हुई हिंसा की रुपरेखा सीबीआई कोर्ट के फैसले से पहले ही तैयार कर ली गई थी। इतना ही नहीं 21 से 25 अगस्त तक इंटरनेट सेवाएं बंद होने के बाद भी डेरे में इंटरनेट बिना किसी रोकटोक के चल रहा था। सिरसा पुलिस ने इस मामले में अब दो और लोगों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस के मुताबिक डेरा प्रबंधकों ने राजस्थान के नीठराना गांव में लगे मोबाइल टॉवर को इंटरनेट चलाने का जरिया बनाया था। डेरा प्रबंधकों ने दिल्ली से ऑनलाइन उपकरण खरीदकर मोबाइल टॉवर पर लगा दिए जिससे डेरा में इंटरनेट सुविधा बहाल हो गई।
पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफतार किया है। पुलिस का मानना है कि डेरा के लोगों ने राम रहीम के खिलाफ फैसला आने के अंदेशे के चलते डेरा समर्थकों को इंटरनेट के माध्यम से हिंसा भड़काने का संदेश दिया गया था। पुलिस ने सई राम व मुखराम को गिरफतार किया है।
पुलिस इस मामले में पहले ही डेरा के आईटी विंग के हेड विनीत कुमार को गिरफतार कर चुकी है। वहीं पुलिस ने 25 अगस्त को सिरसा में हिंसा के दौरान पुलिस पर हमला करने के आरोप में दो लोगों को प्रोटेक्शन वारंट पर लिया है। पुलिस ने राकेश गुरलीन व विक्रम सिंह से इस मामले में कडी पूछताछ कर रही है,.,