सोनिया की ‘डिनर डिप्‍लोमेसी’ का BJP पर असर नहीं

खबरें अभी तक। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह दावा कर रहे हैं कि सोनिया गांधी की ‘डिनर डिप्‍लोमेसी’ से उनकी पार्टी का कुछ नहीं बिगड़ेगा. आपको बता दें कि भारतीय जनता पार्टी के विजय रथ को रोकने को विपक्ष एकजुटता के लिए रणनीति बना रहा है. राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष पद सौंपने के बाद यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी गठबंधन को मजबूत करने में जुटी हुई हैं. मंगलवार को उन्होंने कई विपक्षी पार्टियों के नेताओं को डिनर पर आमंत्रित किया था.

बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने एक कार्यक्रम में बोलते हुए दावा किया कि सोनिया गांधी के डिनर पर गए कई लोग हमारे भी संपर्क में हैं और उनका कहना है कि आप न्योता भेजो तो हम आपके यहां भी आएंगे. शाह का दावा है कि सोनिया गांधी के इस ‘डिनर डिप्‍लोमेसी’ का कोई असर उनकी पार्टी पर नहीं होगा. शाह ने कहा कि एंटी इंकम्बैंसी उन दलों के लिए है जो सत्ता का उपभोग करते हैं, पीएम नरेंद्र मोदी इस देश के लिए 20 घंटे काम करने वाले प्रधानमंत्री हैं.

शाह ने 2019 में होने वाले आम चुनाव को लेकर भी दावा किया कि भले ही यूपी में गठबंधन हो जाए, लेकिन उत्तर प्रदेश में भाजपा 50 प्रतिशत से अधिक वोट लाकर सरकार बनाएगी. अमित शाह ने कहा कि एक जमाने में सभी दल इंदिरा और कांग्रेस के विपक्ष में थे, अब पीएम मोदी और बीजेपी के विपक्ष में हैं, ऐसे में यह शुभ संकेत हैं और बीजेपी की शक्ति और बढ़ेगी. इसके बाद शाह ने कहा कि सोनिया गांधी के डिनर पर गए कई लोग हमारे भी संपर्क में हैं और उनका कहना है कि आप न्यौता भेजो तो हम आपके यहां भी आएंगे.

आपको बता दें कि मंगलवार को सोनिया के डिनर में कांग्रेस समेत 20 राजनीतिक दलों के नेता पहुंचे थे. डिनर में एनसीपी के शरद पवार और हाल ही में एनडीए से अलग हुए हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा नेता जीतन राम मांझी भी पहुंचे थे.

इस डिनर के बाद तेजस्वी यादव ने कहा कि यह एक दोस्ताना बैठक थी. इसमें देश के संविधान को बचाने के लिए चर्चा की गई. केंद्र में इस समय तानाशाह सरकार है और हम इस सरकार को हटाना चाहते हैं.