ख़बरें अभी तक: खूंटी के मुरहू थाना क्षेत्र के बाड़ी गांव में बीमार हो रहे बच्चे के लिए ग्रामसभा ने महिला को डायन करार दिया। रात में हरवे-हथियार से लैस कई ग्रामीण पीड़िता के घर घुस गये। जबरन उसे उठाकर जंगल में ले गये और जम कर उसकी पिटाई की गयी। इसके बाद एक दर्जन से अधिक लोगों ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। जुबान नहीं खोलने की भी धमकी पीड़िता को दी गयी। पीड़िता बेटी-दामाद के घर में विगत आठ माह से रह रही थी। घटना के बाद से भयभीत पीड़िता के परिजन मुरहू थाना में शरण लिए हुए हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पीड़िता को रिम्स में भर्ती कराया गया है। मानवता को शर्मसार करनेवाली यह घटना बीती सात फरवरी को घटी। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (आठ मार्च) के दिन पीड़िता के बयान पर मुरहू थाने में नौ लोगों के खिलाफ नामजद और अन्य अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया। मामला प्रकाश में शनिवार को सामने आया। हालांकि घटना के चार दिन बाद भी पुलिस किसी आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर पायी है। शनिवार को महिला का रिम्स में चिकित्सकीय जांच कराया गया है।
प्राथमिकी के मुताबिक, पीड़िता की बेटी और दामाद ने बताया कि दो सप्ताह पूर्व ग्रामसभा कर उसकी सास (पीड़िता) को गांव के लोगों ने डायन करार दिया था़ । उन्होंने आरोप लगाया कि उसकी सास के कारण गांव के बच्चे बीमार पर रहे हैं। सात मार्च की रात करीब 9:30 बजे पारंपरिक हथियारों से लैस गांव के सनिका मुंडा, मेगन मुंडा, सिंगसोंग मुंडा, बाया मुंडा, मांझी मुंडा, सोने पान, गाड़ी पान, सिगिन मुंडा, रमाय मुंडा व अन्य लोग जबरन घर में घुस गये, और पीड़िता को डायन कह जंगल में ले गये। वहां उनकी पिटाई की गयी, फिर सिगिन मुंडा, रमाय मुंडा, गाड़ी पान और एक अन्य अज्ञात व्यक्ति ने उनके साथ दुष्कर्म किया। आरोपियों ने पीड़िता की बेटी-दामाद के घर से एक खस्सी, 30 हजार रुपये समेत अन्य सामान भी ले गये। अगले दिन किसी तरह छुप कर वे थाना पहुंचे और मामला दर्ज कराया।
पीड़िता का चिकित्सकीय जांच शनिवार को रिम्स में कराया गया है। अभी रिपोर्ट नहीं मिली है। इसके बाद अारोपियों को पकड़ा जायेगा।