काबुल में आत्‍मघाती विस्‍फोट; सात मरे, 22 जख्‍मी

ब्रिटेन की पीएम थेरेसा मे ने कहा है कि अगर सबूतों से पता चलता है कि सदर्न इंग्‍लैंड में पूर्व रूसी जासूस और उसकी बेटी पर हुए हमले में रूस का हाथ है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। थेरेसा मे ने गुरुवार को इस संबंध में दोषी पाए जाने पर रूस के खिलाफ कदम उठाने की चेतावनी दी।

इससे पहले बुधवार को ब्रिटिश पुलिस ने कहा था कि दोनों को जहर देकर जान से मारने की कोशिश की गई थी। पुलिस के मुताबिक, दोनों को नर्व एजेंट (स्नायु तंत्र को क्षतिग्रस्त करने वाला पदार्थ) दिया गया था।

आपको बता दें कि 66 वर्षीय पूर्व रूसी एजेंट सर्गई स्क्रिपल और उनकी 33 वर्षीय बेटी यूलिया ब्रिटेन के एक अस्पताल में जिंदगी के लिए संघर्ष कर रहे हैं। दोनों रविवार को एक शॉपिंग सेंटर के बाहर बेंच पर बेहोशी के हालात में पाए गए थे।

ब्रिटिश मीडिया और कुछ नेताओं को आशंका है कि इस हमले के पीछे रूसी सरकार का हाथ है, जिसे रूस विरोधी प्रचार के तौर पर मास्‍को द्वारा खारिज कर दिया गया। एक न्‍यूज चैनल से बातचीत में थेरेसा मे ने कहा कि जो भी उचित होगा हम करेंगे। ब्रिटिश पीएम से पूछा गया था कि क्‍या इस हमले को लेकर रूसी राजदूत को निष्‍काषित कर दिया जाएगा, जिसके जवाब में उन्‍होंने यह बात कही।

इस मामले को लेकर रूस और ब्रिटेन के रिश्तों में एक बार फिर तनाव बढ़ चुका है। इस घटना ने 2006 में हुई इसी तरह की एक घटना की याद दिलाई है, जब एक पूर्व रूसी जासूस पर जानलेवा हमला हुआ था और इसके आरोप रूस पर लगे थे।

ब्रिटेन के गृह मंत्री अंबर रड ने बुधवार को सर्गई स्क्रिपल के मामले पर चर्चा के लिए आपातकालीन सरकारी बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि पुलिस सामग्री के बारे में ज्यादा जानती है। हालांकि उन्होंने प्रगति के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी। रड ने संदिग्ध रूप से जहर देने के इस मामले में ‘शांत दिमाग से काम लेने’ का भी आह्वान किया।