जातिगत भेदभाव मामले में शिक्षक को अदालत से मिली जमानत

खबरें अभी तक।  चेष्टा स्कूल में जातिगत भेदभाव मामले में गिरफ्तार शिक्षक को पुलिस ने वीरवार को न्यायालय में पेश किया। न्यायालय से शिक्षक को जमानत मिलने के बाद पुलिस ने शिक्षक को रिहा कर दिया। पुलिस ने मामले में अभी और गिरफ्तारियों के संकेत दिए हैं। पुलिस मामले की बारीकी से छानबीन कर रही है। मामले की जांच का जिम्मा मनाली के डी.एस.पी. शेर सिंह को सौंपा गया है।

भुंतर थाना में दर्ज मामले की तफ्तीश जारी है। पुलिस के अनुसार बुधवार देर शाम शिक्षक को गिरफ्तार किया गया था। वीरवार को न्यायालय में पेशी के दौरान न्यायालय से शिक्षक को जमानत मिल गई, जिस पर शिक्षक को रिहा कर दिया गया।

यह है मामला 
बता दें कि 16 फरवरी को चेष्टा स्कूल प्रशासन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शिक्षा संवाद कार्यक्रम बच्चों को स्कूल प्रबंधन कमेटी के घर में दिखाया। इस दौरान एक जाति विशेष के बच्चों को अस्तबल में बैठाया गया। इस पूरे प्रकरण का वीडियो भी वायरल हो गया था। डी.सी. को प्रेषित एक गुमनाम शिकायत की प्रति भी वायरल हो गई थी। प्रशासन ने मामले में मजिस्टे्रट जांच बैठाते हुए इसकी रिपोर्ट तैयार करवाई और सरकार को प्रेषित की थी। दूसरी ओर पुलिस विभाग ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर रखी है। पूरे प्रकरण में स्कूल प्रशासन सवालों के घेरे में है।

आखिर क्यों एस.एम.सी. अध्यक्ष के घर पहुंचे बच्चे?
सवाल उठ रहे हैं कि जब स्कूल में ही कम्प्यूटर सहित अन्य तमाम व्यवस्थाएं हैं और शिक्षा उपनिदेशक ने भी पहले ही निर्देश जारी किए थे कि बच्चों को प्रधानमंत्री का शिक्षा संवाद कार्यक्रम स्कूल में ही दिखाए जाने की व्यवस्था करें तो फिर क्यों चेष्टा में बच्चों को यह कार्यक्रम दिखाने के लिए स्कूल प्रबंधन कमेटी के अध्यक्ष के घर ले जाया गया। मामले की जांच कर रहे मनाली के डी.एस.पी. शेर सिंह ने शिक्षक को न्यायालय से जमानत मिलने की पुष्टि की है। उन्होंने मामले में अभी कुछ और गिरफ्तारियों के भी संकेत दिए हैं।