एस.आर.एस. ग्रुप के चेयरमैन सहित अन्य पर धोखाधड़ी के 20 मुकद्दमे दर्ज

खबरें अभी तक।  एस.आर.एस. ग्रुप के चेयरमैन अनिल जिंदल, प्रतीक जिंदल, विनोद गर्ग, बिशन बंसल, नानक चंद तायल, पी.के. कपूर, जे.के. गर्ग, देवेंद्र अधाना व अन्य डायरेक्टर व कर्मचारियों के खिलाफ भारतीय दंड संहित की धारा 420, 406, 120बी व हरियाणा प्रोटैक्शन ऑफ इंटरेस्ट ऑफ डिपोजिटर इन एफ.ई. एक्ट 2013 के तहत अलग-अलग शिकायतकर्ताओं की शिकायत पर 20 मुकद्दमे दर्ज किए हैं। इस संदर्भ में एस.आर.एस. की ओर से कोई बयान जारी नहीं किया गया है।

गत दिनों 62 लोगों ने पुलिस आयुक्त अमिताभ ढिल्लों को शिकायत देकर एस.आर.एस. ग्रुप के चेयरमैन अनिल जिंदल व अन्य पर आरोप लगाया था कि उनके साथ धोखाधड़ी और उनके पैसे की अमानत में खयानत की है। यह मामला पुलिस ने आर्थिक अपराध विभाग को ट्रांसफर किया था। गत दिवस इस मामले में आर्थिक अपराध विभाग की जांच के आधार पर सैक्टर-31 थाना पुलिस ने एस.आर.एस. के चेयरमैन अनिल जिंदल व अन्यों के खिलाफ 20 मुकद्दमे दर्ज किए।

इस संदर्भ में पीड़ित पक्ष की ओर से जनकराज गुप्ता ने कहा कि एस.आर.एस. ग्रुप ने लोगों के साथ धोखाधड़ी की है। एक तरफ जहां फ्लैट और प्लाट व दुकान देने की एवज में लोगों से पैसा ले रखा है, वहीं दूसरी ओर लोगों से ब्याज पर बहुत मोटी रकम ली हुई है। उन्होंने बताया कि अभी तक की जांच में एस.आर.एस. ग्रुप की 310 कम्पनियों का खुलासा हो चुका है जिसमें 350 से अधिक लोग डायरेक्टर हैं।

जनक गुप्ता के अनुसार पुलिस आयुक्त को सारे दस्तावेज सौंपे जा चुके हैं। इनके साथ-साथ बैंकों से लेन-देन की एक बड़ी सूची भी पुलिस आयुक्त को सौंपी है। उन्होंने बताया कि लगभग 800 से 900 लोग एकजुट हो चुके हैं और बाकी लोग भी संपर्क में आ रहे हैं।

एस.आर.एस. ग्रुप से लड़ाई लडऩे के लिए सभी ने मिलकर एस.आर.एस. पीड़ित मंच का गठन किया है। एस.आर.एस. के चेयरमैन अनिल जिंदल व उनके प्रमुख प्रतिनिधि संजीव ग्रोवर से बात करने का प्रयास किया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया। इतना ही नहीं कार्यालय में जाने पर भी उनकी तरफ से कोई बयान जारी नहीं किया गया।