मेघालय में भाजपा ने 2 विधायकों के दम पर एेसे जुटाया 34 विधायकों का समर्थन

खबरें अभी तक। त्रिपुरा और नगालैंड में खाता तक नहीं खोल पाने वाली कांग्रेस मेघालय में भी सत्ता से दूर हो गई। भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस की रणनीति को फेल कर दिया। राजग की सहयोगी एनपीपी के अध्यक्ष कॉनराड संगमा ने 34 विधायकों के समर्थन का दावा करते हुए रविवार शाम राज्यपाल गंगा प्रसाद के सामने सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया। इसके साथ ही पूर्वोत्तर के तीनों राज्यों-त्रिपुरा, नगालैंड व मेघालय, जहां हाल में चुनाव हुए हैं, राजग की सरकारें बनने का रास्ता साफ हो गया। पूर्वोत्तर के ‘सेवन सिस्टर स्टेट’ में अब मात्र मिजोरम में कांग्रेस सरकार रह जाएगी। रविवार को घटे नाटकीय घटनाक्रम में 21 सीट जीतने वाली कांग्रेस को सत्ता से दूर करते हुए भाजपा ने 5 दलों और एक निर्दलीय विधायक के समर्थन से सरकार बनाने का रास्ता साफ कर लिया है।

60 सदस्यीय मेघालय विधानसभा चुनाव में नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) 19, भाजपा 2, यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी (यूडीपी) 6, एचएसपीडीपी 2, पीडीएफ 4 और 1 निर्दलीय के साथ आने से इस गठबंधन के पास 34 विधायकों का समर्थन हो गया है।

वहीं सबसे ज्यादा 21 सीट जीतकर राज्य में सबसे बड़ी एकल पार्टी रही कांग्रेस बहुमत से महज 10 सीट दूर रही और फिर से सरकार बनाने की उसकी योजना नाकाम हो गई।

कॉनराड संगमा होंगे सीएम

पूर्व लोकसभा स्पीकर स्व. पीए संगमा के छोटे बेटे कॉनराड ने रविवार शाम एनपीपी (19), भाजपा (2), यूडीपी (6), एचएसपीडीपी (2), पीडीएफ (4) और एक निर्दलीय विधायक का समर्थन पत्र राज्यपाल को सौंप दिया। राजभवन की ओर से औपचारिकताओं का इंतजार किया जा रहा है। लेकिन, संगमा का मुख्यमंत्री बनना तय है। ज्ञात हो कि एनपीपी केंद्र व मणिपुर में राजग की सहयोगी है।