मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में दिए लोहे के जेवर, नवविवाहिताओं ने किया हंगामा

खबरें अभी तक। एक बार फिर मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना चर्चा में है, लेकिन इस बार मामला विवाहित जोड़ों की दोबारा शादी कराने का नहीं बल्कि विवाह में नकली जेवर देने का है. मामला औरैया जिले का है. यहां 55 कन्याओं का विवाह इस योजना के तहत कराया गया. लेकिन योजना के जिम्मेदार इस नेक काम में भी खेल करने से बाज नहीं आए. उन्होंने नवविवाहिताओं को नकली जेवर बांट दिेए. मामला तब सामने आया जब मंगलवार को करीब 25 नवविवाहिता जिला मुख्यालय पहुंच गईं. यहां उन्होंने विवाह कार्यक्रम में दिए गए जेवर को नकली होने का आरोप लगाया. यहां प्रदर्शन के दौरान विवाहिताओं ने डीएम की कार समझ कर एएसपी की कार रोक ली. समझाने पर वह डीएम कार्यालय पहुंचीं और मामले की शिकायत की.

व्यवस्था के नाम पर काटे 15-15 हजार-
मंगलवार दोपहर बाद अचानक नवविवाहिताएं ककोर स्थित जिला मुख्यालय पहुंचीं. उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों पर मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत हुई उनकी शादी में चांदी के बजाए लोहे के गहने दिए जाने का आरोप लगाया. एक नवविवाहिता ने बताया कि इस योजना के तहत मिलने वाले 35 हजार रुपए में से व्यवस्था के नाम पर सभी के 15-15 हजार रुपए काट लिए गए थे.

चांदी की जगह लोहे के जेवर देने का आरोप-
इसके बाद भी व्यवस्था ठीक नहीं की गई. उन्हें शादी में दिए गए जेवर भी नकली निकले. विवाहिताओं ने पायलें और बिछिया हाथ में लेकर प्रदर्शन किया. बताया कि उनके बक्से का अन्य सामान भी ठीक नहीं है. उसने कहा कि सोनार से जांच कराने पर पता चला कि ये जेवर चांदी के नहीं बल्कि लोहे के हैं.

जिलाधिकारी ने दिया जांच का भरोसा-
विवाहिताएं प्रदर्शन कर रही थीं इसी दौरान अपर पुलिस अधीक्षक राजेश सक्सेना की कार वहां से गुजरी. उन्होंने उसे डीएम की कार समझ कर रोक लिया. एएसपी ने उनसे कहा कि सीडीओ से जाकर मिलीए. लेकिन वह समझाने के बाद भी नहीं मानीं. इसके बाद वह युवतियां डीएम कार्यालय पहुंच गईं. यहां उन्होंने जिलाधिकारी से मामले की शिकायत की. जिलाधिकारी श्रीकांत मिश्रा ने उन्हें मामले की जांच कराने का भरोसा दिया है.