जाट बलिदान दिवस पर दादरी में भी दी गई श्रद्धांजलि

खबरें अभी तक. जाट आरक्षण आंदोलन में फरवरी 2016 में शहीद हुए समाज के सदस्‍यों को श्रद्धांजलि देने के लिए जाट समाज ने हरि‍याणा में बलिदान दिवसमनाया. इसके तहत चरखी दादरी के सेक्टर 8 में भी आयोजित कार्यक्रम में जाट आरक्षण आंदोलन के शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई. बलिदान दिवस कार्यक्रम शांतिपूर्ण तरीके से आयोजित किया गया.

इस दौरान ट्रैक्टर-ट्रालियों व अन्य वाहनों में झंडे, बैनर, स्‍लोगन लिखे पोस्टर लेकर नारेबाजी करते हुए लोग बलिदान दिवस कार्यक्रम में पहुंचे. बलिदान दिवस कार्यक्रम में विभिन्न जाट खापों के पदाधिकारी, राजनीतिक पाटियों के नेताओं सहित कई सामाजिक संगठनों ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की. उपद्रव की आशंकाओं के विपरीत जिलेभर व कार्यक्रम स्थल पर सब कुछ सामान्य रहा. इस दौरान दादरी जिले में धारा 144 लागू रही व शराब ब्रिकी बंद रही. एहतियात के तौर पर प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट रहा. वहीं जिले की सुरक्षा के लिए पैरामिलेट्री की चार कंपनियां व 20 ड्यूटी मैजिस्ट्रेट को तैनात किया गया था.

बलिदान दिवस कार्यक्रम में पहुंचे जाट आरक्षण संघर्ष समिति के राष्ट्रीय महासचिव अशोक बल्हारा ने ऐलान किया कि जाटों के साथ अगर वादाखिलाफी होगी तो भाजपा नेताओं को गांव में घुसने नहीं देंगे और चुनाव में जवाब देंगे. उन्‍होंने भविष्य की रणनीति का खुलासा करते हुए बताया कि 25 फरवरी को दिल्ली के महराष्ट्र सदन में जाट, पटेल, कापू, मराठा व अन्य समाज के बड़े नेताओं के साथ मिलकर रणनीति तैयार की जाएगी ताकि देशभर में जाट आंदोलन को बढ़ाया जा सके.

अशोक बल्हारा ने कहा कि जाट आंदोलन के दौरान युवाओं पर दर्ज मामलों में हरियाणा व केंद्र के कुछ जाट नेताओं ने समाज के साथ वादाखिलाफी की. इस कारण दर्ज मामलों को वापस लेने में समय लगा. अब सरकार से हुई वार्ता में अधिकांश मामलों को वापस लिया जा चुका है. साथ ही जाट समाज की विभिन्न मांगों को लेकर लड़ाई लड़ते रहेंगे. हमने आंदोलन समाप्त नहीं किया बल्कि सरकार से हुई वार्ता के बाद इंतजार कर रहे हैं. फिर भी उनसे वादाखिलाफी हुई तो कभी भी दिल्ली कूच करने में संकोच नहीं करेंगे.