सत्ता परिवर्तन के बाद HPU में बढ़ा सरकार का दखल, नड्डा के भाई-पत्नी पर ‘विशेष कृपा‘

खबरें अभी तक। हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी (HPU) को ऐसे ही राजनीति का अखाड़ा नहीं कहा जाता है. प्रदेश के इस सबसे बड़े शिक्षण संस्थान में हर 5 साल में सत्ता परिवर्तन के साथ ही राजनीति दखल बढ़ जाता है, लेकिन इस बार कुछ ऐसा हुआ जो किसी के गले नहीं उतर रहा है.

वर्तमान दौर में HPU में राजनीतिक दखल चरम पर है. क्योंकि, केंद्र और राज्यों में भाजपा सरकार काबिज है. केंद्र और राज्य में जो एक धूरी सबसे मजबूत है, वो है केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा. नड्डा के भाई और पत्नी दोनों HPU में बतौर शिक्षक कार्यरत हैं. ऐसे में उनके परिवार को परेशानी कैसे हो सकती है.

दरअसल, जेबी नड्डा को केंद्र ने UGC द्वारा स्थापित कॉन्सोरश्यिम फोर एजुकेशनल कॉम्यूनिकेशन (CEC) में निदेशक पद से नवाजा है. इस केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने के लिए एचपीयू से छुट्टी लेनी जरूरी थी. एचपीयू प्रशासन ने शिक्षकों की कमी को देखते हुए SSC के चैयरमेन मोहन झारटा को वापस बुला लिया. वो भी छुट्टी पर ही थे.लेकिन दूसरी ओर, केंद्रीय मंत्री के भाई को छुट्टी दे दी.

HPU के कुलपति राजेंद्र सिंह चौहान ने छुट्टी वाले दिन कार्यकारिणी परिषद की बैठक बुलाई. प्रोफेसर मोहन झारटा की छुट्टी रद्द कर दी और प्रोफेसर जेबी नड्डा की छुट्टी पर मुहर लगा दी.