अमित शाह की रैली का विरोध नहीं करेंगे जाट, खट्टर सरकार ने मानी मांगें

खबरें अभी तक। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह और वरिष्ठ बीजेपी नेता अनिल जैन के साथ मुलाकात के बाद जाट संगठन ने 15 फरवरी को जींद में आयोजित होने वाली रैली को वापस ले ली है. रविवार देर रात इसकी घोषणा की गई.

ऑल इंडिया जाट आरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष यशपाल मलिक के नेतृत्व में दिल्ली में जाट प्रतिनिधि दल ने इन नेताओं से मुलाकात की थी. मुलाकात के बाद सीएम मनोहर लाल ने कहा कि भाईचारा बनाए रखने और सभी वर्गों को सामाजिक न्याय दिलाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है.

सीएम ने कहा, “जाटों समेत पांच जातियों को आरक्षण देने के लिए सभी आंकड़ें 31 मार्च 2018 से पहले राज्य पिछड़ा वर्ग मंत्रालय उपलब्ध कराएगी. आरक्षण आंदोलन के दौरान दर्ज हुए मुकदमे भी सरकार अधिकार क्षेत्र में रहते हुए वापस लेगी.”

जाट नेता यशपाल मलिक ने कहा, “सरकार की बातचीत से जाट संघर्ष समिति संतुष्ट है. केंद्र में राष्ट्रीय शैक्षणिक और पिछड़ा आयोग बिल को संसद के इसी सत्र में पारित करवाने का आश्वासन मिला है. हरियाणा सरकार ने जाट आंदोलन के दौरान फरवरी, 2016 में भड़की हिंसा के संबंध में दर्ज सभी मामलों को वापस लेने का फैसला किया है.”