केजरीवाल अौर हिलेरी क्लिंटन की खांसी का ये है बड़ा राज़, दोनों को है एक समस्या

खबरें अभी तक। आपको पता है कि अमेरिका की पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बीच क्या समानता है। नहीं पता है कि हम आपको बता दें कि यूं तो हिलेरी और केजरीवाल राजनीति के दो अलग छोर हैं, लेकिन इन दोनों राजनेताओं की जिंदगी में एक समस्या का बहुत ही गहरा नाता है, जिसने दोनों की तुलना करने पर मजबूर कर दिया है और यह समस्या से खांसी की।

खांसी, केजरीवाल और हिलेरी-

अगर आपको याद हो तो अरविंद केजरीवाल ने जब आम आदमी पार्टी की स्थापना की थी और राजनीति में कदम रखा था। उस वक्त जितनी चर्चा ‘आप’ और केजरीवाल की हो रही थी, उतनी ही चर्चा केजरीवाल की खांसी की परेशानी की भी हो रही थी। ऐसा ही कुछ अमेरिका में हिलेरी क्लिंटन के साथ भी हुआ। राष्ट्रपति चुनाव प्रचार के दौरान हिलेरी क्लिंटन की खांसी भी उनके भाषणों की तहत सुर्खियों में बनी रही।

 हाल ही में एक बार फिर हिलेरी क्लिंटन खांसी की समस्या से जूझ रही हैं। जैसे केजरीवाल ने उनका बोलना और जीना मुश्किल कर रखा था, वैसे ही हिलेरी भी खांसी से खासा परेशान चल रही हैं। इस हफ्ते ‘द मेकर्स कॉन्फ्रेंस’ के दौरान हिलेरी को वैसे ही खांसी की समस्या से जूझता देखा गया, जैसी हालत उनकी वर्ष 2016 में राष्ट्रपति चुनाव के प्रचार के दौरान थी।
डेली मेल की रिपोर्ट में मुताबिक, न्यूयॉर्क से एक लाइव फीड पर सम्मेलन के दौरान हिलेरी ने लॉस एंजिल्स में तीन दिवसीय ‘मैकर्स सम्मेलन’ के समापन के मौके पर बोलती दिखीं। जिसमें उन्होंने महिलाओं से यौनवाद, जातिवाद और धर्मनिरपेक्षता के खिलाफ अपनी आवाज बुंलद करने का आग्रह किया। हालांकि हिलेरी कुछ बोलना शुरू ही करती उससे पहले खांसी के कारण वे कुछ बोल न सकीं। जैस ही उन्होंने कहा, ‘मैं बोलने की प्रतिज्ञा लेती हूं, मैं प्रतिज्ञा लेती हूं कभी हार नहीं मानूंगी’…वैसे ही उन्हें खांसी आना शुरू हो गई। एक गिलास पानी पीने के बाद हिलेरी को खांसी से थोड़ी राहत मिली। जिसके बाद उन्होंने कहा कि वे महिलाओं के अधिकारों और अवसरों को आगे बढ़ाने के लिए हर कदम को उठाएंगी।