खबरें अभी तक || पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के प्रधान सलाहकार प्रशांत किशोर चुनावी रणनीतिकार के पद से इस्तीफा दे चुके हैं। इस बात की पुष्टि प्रशांत किशोर ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को लिखे एक पत्र में की। जिसमें उन्होंने कहा कि ‘आप जानते हैं कि मैं सार्वजनिक जीवन में सक्रिय भूमिका से कुछ दिनों के लिए आराम चाहता हूं। ऐसे में मैं आपके प्रधान सलाहकार के रूप में जिम्मेदारियों को संभालने में सक्षम नहीं हूं। भविष्य में क्या करूंगा, इस पर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है। इसलिए मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि कृपया मुझे इस जिम्मेदारी से मुक्त करें।
मिली जानकारी के अनुसार जैसे ही पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव समाप्त हुए तो प्रशांत किशोर ने घोषणा की थी कि वह जल्द ही अब चुनावी रणनीतिकार की भूमिका से इस्तीफा देंगे।ऐसे में कयास लगाए जाने लगे कि प्रशांत किशोर एक बार फिर से सक्रिय राजनीति में नजर आएंगे। आपको बता दें कि वह कुछ साल पहले जनता दल (यू) में शामिल हुए थे, जिसके बाद कुछ समय बाद उन्हें अलग होना पड़ा।
अगर पार्टी सुत्रों की मानें तो राहुल गांधी ने जुलाई के तीसरे सप्ताह में एक बैठक बुलाई जिसका उद्देश्य इस बारे में च्प्शत किशोर को पार्टी में शामिल होने की स्थिति में प्रशांत किशोर को क्या भूमिका दी जाए और उनसे पार्टी को क्या लाभ या हानि होगी।तो ऐसे में प्रशांत किशोर ने इस समय ये फैसला लेकर उनके पार्टी में शामिल होने की जो अटकले थी उन्हें और तेज कर दिया हैं।लेकिन कांग्रेस में शामिल होने को लेकर ना किशोर की ओर से कुछ कहा गया है और कांग्रेस ने भी इस बारे में आधिकारिक रूप से कोई बयान जारी किया है।
ये अटकलें इसलिए भी जोर पकड़ रही हैं क्योंकि प्रशांत किशोर ने ये इस्तीफा ऐसे समय दिया है, जब पंजाब में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। तो वहीं बीते दिनों प्रशांत किशोर ने पार्टी के प्रति काफी सजगता दिखाते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी के साथ मुलाकात भी की थी। लेकिन जेडीयू में जिस तरह से प्रशांत किशोर ने जो जिम्मेदारियां निभाई उस आधार पर देखा जाए तो कांग्रेस अपने यहां उन्हें अह्म रोल देने पर विचार कर सकती है।