वर्ल्ड बैंक की शानदार नीती के जरिए शिमला में खत्म होगी पानी की किल्लत

खबरें अभी तक। पहाड़ों की रानी शिमला में आने वाले सालों में पानी की किल्लत पूरी तरह से दूर हो जाएगी. इसी मकसद से MC शिमला इन दिनों कोलडैम परियोजना पर काम कर रहा है. इस परियोजना को लेकर विश्व बैंक की टीम भी शिमला में है. वर्ल्ड बैंक ने एमसी शिमला को इस प्रोजेक्ट कार्य को शुरु करने एक लिए कुछ शर्तें रखी हैं. इसके तहत निगम को जल्द ही स्पेशल पर्पज व्हीकल (एसपीवी) एजेंसी का गठन करना होगा.

बैंक ने साथ निगम से शहर में रोजन हो रही पानी की खपत का पता लगाने के लिए मीटर रीडिंग पर पानी के बिल जारी करने की भी शर्त रखी है. मेयर कुसुम सदरेट ने बताया कि कोलडैम से शिमला शहर के लिए बिछाई जा रही नई पेयजल लाइन को जल्द शुरु करने के लिए एमसी और वर्ल्ड बैंक कार्य कर रहा है.

इस कार्य को जल्द शुरु करने के लिए बैंक ने कुछ शर्तें एमसी के सामने रखी हैं, ताकि जल्द कार्य शुरु किया जा सके. उन्होंने बताया कि प्रोजेक्ट को शुरु करने के लिए 20 दिनों के भीतर एसपीवी एजेंसी का गठन करेगी. जो प्रोजेक्ट का कार्य ही देखेगी.

उन्होंने बताया कि इस प्रोजेक्ट कार्य के जल्द शुरु होने से शिमला शहर में पानी की किल्लत दूर होगी और शहरवासियों को 24 घंटे पानी मिल पायेगा. MC शिमला की माने तो वर्ष 2050 को देखकर कोलडेम परियोजना तैयार की जा रही है. इस पर करीब 643 करोड़ रुपए व्यय किए जाएंगे.