ऊना अस्पताल का कारनामा, दो घंटे तक इमरजेंसी से नदारद रहे डॉक्टर

ख़बरें अभी तक। जिला ऊना के सबसे बड़े अस्पताल और विवादों का चोली दामन का साथ है। क्षेत्रीय अस्पताल ऊना अक्सर अपने कारनामों को लेकर सुर्ख़ियों में रहता है। क्षेत्रीय अस्पताल का एक कारनामा शनिवार रात को देखने को मिला जब करीब दो घंटे तक क्षेत्रीय अस्पताल ऊना के इमरजेंसी से डॉक्टर नदारद थे। इस दौरान दो सीरियस मरीजों के अलावा भी 4 मरीज इमरजेंसी में इलाज के लिए पहुंचे, लेकिन उन्हें देखने वाला कोई नहीं था।

वहीं पुलिसकर्मी भी करीब दो घंटे तक एक आरोपी की एमएलसी के लिए अस्पताल में डॉक्टर का इंतजार करते रहे। हुआ यूँ कि करीब 8 बजकर 50 मिनट पर इमरजेंसी में तैनात डाक्टर राजन आंगरा अपनी ड्यूटी खत्म कर चले गए लेकिन अगली ड्यूटी पर आने वाले डॉक्टर रमन कुमार पहुंचे ही नहीं। इस बीच केवल स्टाफ नर्स और फार्मासिस्ट ही इमरजेंसी में मौजूद रहे। डॉक्टर के आने के इंतजार में मरीज के तीमारदार कभी इमरजेंसी के अंदर तो कभी बाहर घूमते रहे, लेकिन डॉक्टर साहिब का कोई पता नहीं था।

ऐसे में मरीज तो मरीज तीमारदार भी परेशान थे कि चिकित्सक कब आएंगे। मरीजों के परिजनों ने भी स्टॉफ नर्स को डॉक्टर को बुलाने का आग्रह किया, लेकिन डॉक्टर काफी देर तक नहीं आए। ऐसे में परेशान मरीज के तीमारदारों ने मामले की सूचना मीडिया को दी। मीडिया के पहुंचते ही मौके पर मौजूद स्टाफ आनन फानन में इधर-उधर फोन घूमाने लगे। मीडिया टीम के पहुंचने के बाद भी करीब आधे घंटे बाद ही पहुंचे और मरीजों का चेकअप शुरू हुआ। जब इस बारे अस्पताल में मौजूद स्टाफ से पुछा गया तो उनसे जबाब भी देते नहीं बन रहा था।

वहीं क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में रात करीब 8 बजकर 45 मिनट पर पुलिस जवान एक आरोपी का एमएलसी करवाने पहुंचे, लेकिन कुछ देर बाद ही तैनात चिकित्सक अपनी डयूटी खत्म कर चले गए। जिसके बाद कोई भी चिकित्सक नहीं पहुंचा। ऐसे में करीब अढाई घंटे के लंबे इंतजार के बाद चिकित्सक पहुंचे और एमएलसी काटी गई। जिससे पुलिस जवानों को न केवल डॉक्टर का इंतजार करना पड़ा, बल्कि परेशानी भी झेलनी पड़ी।

इमरजेंसी में उपचाराधीन मरीजों और उनके तीमारदारों का कहना है कि अस्पताल का सिस्टम बिल्कुल बेकार है। रात पौने 9 बजे के बाद से इमरजेंसी में कोई भी चिकित्सक नहीं था। काफी बार स्टॉफ नर्स को आग्रह किया गया, लेकिन तब भी डॉक्टर नहीं पहुंचे। उन्होंने कहा कि जिला के सबसे बड़े क्षेत्रीय अस्पताल का क्या फायदा, जब इमरजेंसी में ही सही समय पर चिकित्सक न मिले।

वहीं सीएमओ ऊना डा. रमन शर्मा का कहना है कि शनिवार रात्रि के समय डॉ. रमन की डयूटी थी, लेकिन उन्होंने बिना बताए छुट्टी कर ली। जिसकी जानकारी उन्हें स्टॉफ द्वारा रात करीब सवा दस बजे दी गई। जिसके बाद इमरजेंसी में डॉ. आयुष को बुलाया गया। उन्होंने कहा कि बिना बताएं ड्यूटी पर न आने को लेकर डॉ. रमन के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।