स्टॉक मार्केट: बस कुछ ही सेंकेड्स में डूब गएं निवेशकों के करोड़ों

खबरें अभी तक। अमेरिका में ब्याज दरें बढ़ने की आशंका से घबराए निवेशकों ने दुनियाभर के बाजारों में बिकवाली शुरू कर दी है. इसीलिए सेंसेक्स-निफ्टी में भी गिरावट देखने को मिल रही है. शेयर बाजार के शुरुआती कुछ सेंकेड्स में ही निवेशकों ने 1 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा खो दिए. अब सवाल उठता है कि निवेशकों को क्या करना चाहिए. इस पर एक्सपर्ट्स का कहना है कि छोटे निवेशक हर गिरावट पर खरीदारी कर सकते हैं, क्योंकि घरेलू अर्थव्यवस्था के फंडामेंटल्‍स अभी भी मजबूत हैं. लिहाजा लंबी अवधि में निवेशकों के पास पैसा बनाने का बड़ा मौका है.

कमोडिटी गुरु जिम रॉजर्स का कहना है कि ग्लोबल बाजारों में गिरावट लंबे समय से बाकी थी. क्रूड में ज्यादा गिरावट की संभावना नहीं है. अमेरिकी सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व की बैठक से पहले अमेरिकी शेयर बाजार कमजोर रहेंगे. जिम रॉजर्स का मानना है कि एलटीसीजी टैक्स (लॉन्ग टर्म कैपिटल गेंस टैक्स) के कारण भारत में निवेश पर असर होगा. इस समय निवेश के लिए एग्री सेक्टर को चुनना फायदेमंद रहेगा.

बीएसई की वेबसाइट पर दिए गए आंकड़ों के मुताबिक शेयर बाजार बंद होने के बाद बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों की कुल मार्केट कैप गुरुवार को 1,47,99,096.88 रुपये थी, जो कि अब (9 फरवरी) 1,46,94,468 रुपये रह गई है. मतलब साफ है कि 1.46 लाख करोड़ रुपये का नुकसान कुछ ही सेंकेड्स में हो गया है.