कुरुक्षेत्र में NIT का दीक्षांत समारोह, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे

खबरें अभी तक। देश के जाने माने तकनीकी संस्थान नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी कुरुक्षेत्र में 17 वां दीक्षांत समारोह पर देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी कुरुक्षेत्र लोकसभा सांसद नायब सैनी ने शिरकत की. एनआईटी कुरुक्षेत्र के दीक्षांत समारोह में 13 सौ छात्र छात्राओं को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की उपस्थिति में डिग्रियां प्रदान की जबकि विभिन्न विभागों में प्रथम और गोल्ड मेडलिस्ट छात्र-छात्राओं को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने करकमलो से मेडल और डिग्री देकर सम्मानित किया.

ख़ास बात यह रही कि एनआईटी दीक्षांत समारोह में छात्र-छात्राओं ने भारतीय परंपरागत वेशभूषा में अपने डिग्रियां ली. केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने प्रतिभाशाली छात्रों को डिग्रियां व मैडल बांटने के उपरांत  सम्बोधन में कहा कि कितने गौरव की बात है कि हरियाणा राज्य के हर गांव का व्यक्ति सेना में अपनी सक्रिय भागीदारी दे रहा है, उन्होंने बालाकोट एयर स्ट्राइक का जिक्र करते हुए कहा कि स्क्वाडर्न लीडर मिंट्टी अग्रवाल भी हरियाणा की मिट्टी से जुड़ी है इसके अलावा देश की बेटी कल्पना चावला का भी जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि कल्पना चावला ने स्पेस मिशन में अपना योगदान दिया वह भी हरियाणा की बेटी की थी.

उन्होंने कहा कि दीक्षांत समारोह दीक्षांत समारोह इसलिए होता है क्योंकि ज्ञान से बढ़कर संस्कारों का जीवन मूल्य में बड़ा महत्व होता है, उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि सभी आतंकवादी भी अशिक्षित नहीं पढ़े लिखे होते हैं, लेकिन संस्कार विहीन होने के कारण जीवन मूल्यों का अंतर नहीं जानते उन्होंने कहा कि मनुष्य के विचार बुद्धि से नहीं मन से पैदा होते हैं और मनोभाव पर बहुत कुछ निर्भर करता है उन्होंने कहा कि छोटे मन का व्यक्ति बड़ा नहीं हो सकता और टूटे मन का व्यक्ति खड़ा नहीं हो सकता.

मन जितना बड़ा होगा उतनी ही आध्यात्मिक ऊंचाइयां हासिल करेगा उन्होंने कहा कि भारतवर्ष को विश्व महाशक्ति नहीं विश्व गुरु पद पर आसीन होना चाहिए उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि एप्पल के संस्थापक स्टीव ने व्हाट्सएप के मार्कजुकर वर्ग को कहा था कि यदि आंतरिक उर्जा प्राप्त करना चाहते हो तो भारतवर्ष के नैनीताल में जाओ.