Hamirpur के गांधी चौक में जेबीटी बेरोजगार संघ का प्रदर्शन, सरकार के खिलाफ की नारेबाजी

ख़बरें अभी तक। हमीरपुर के गांधी चैक पर जेबीटी डीएलएड प्रशिक्षित बेरोजगार संघ ने अपनी मांगो को लेकर सरकार के खिलाफ जमकर प्रर्दशन किया और रैली निकाली। हाथो में तख्तियां लेकर जेबीटी यूनियन करे पुकार हमें बर्बाद ना करे सरकार जैसे नारे लगाए। यह रैली भोटा चैक से होते हुए पूरे बाजार  की परिक्रमा करते हुए गांधी चैकं तक निकाली गई। रैली में जेबीटी के अध्यापको सहित  सभी प्रशिक्षुओं ने हिस्सा लिया। प्रशिक्षुओं का मानना है कि सरकार हमारे साथ बेंइसाफी कर रही है जेबीटी की पढाई उन्होनें की है और हमारी जगह पर बीएड कर चुके युवाओं को रखा जा रहा है जो कि सरासर गलत है।

जेबीटी यूनियन के सचिव अभिषेक मोहम्मद  ने कहा कि हमीरपुर के गांधी चैक पर जेबीटी डी,एल एड प्रशिक्षित बेरोजगार संघ ने अपनी मांगो को लेकर सरकार के खिलाफ रैली निकाली गई। उन्होनें कहा कि सरकार का कहना कि जो केन्द्र सरकार ने रूल बनाए है वैसे ही काम होगा लेकिन इसी वजह से आज के समय मे जेबीटी के हजारों से ज्यादा प्रशिक्षु बेरोजगार हैं। उन्होनें कहा कि अगर ऐसा ही चलता रहा तो जेबीटी कर चुके युवाओं के साथ बेंइसाफी होगी। मोहम्मद का कहना है कि उन्हें जयराम सरकार पर पुरा विश्वास है कि वो उनकी मागें सुनेगें और उनको उनका हक दिलाएगें।

रमन पटियाल का कहना है कि 20 मार्च को जेबीटी केस की हेरिंग है उन्होनें कहा कि जयराम सरकार से उनका अनुरोध है कि 20000 से ज्यादा जो जेबीटी कर चुके युवा बेरोजगार बैठे हैं उनके सवालों का जवाब दें और उनके हक में फंैसला सुनाएं ताकि उनके साथ कोई अन्याय ना हो । उन्होनें कहा जो केबिनेट ने जेबीटी के लिए 692 सींटे पास की है उनकी नाटिफिकेशन आज तक सरकार द्वारा जारी नहीं की गई है और ना ही आज तक अध्यापकों की नियुक्तियां हो पाई हैं जो कि सरासर गलत हैं। उन्होनें कहा कि सरकार से यही  अनुरोध है कि सरकार  जेबीटी प्रशिक्षुओं के हक में फैंसला सुनाएं ।

जेबीटी छात्रा अंजना का कहना है कि एक तरफ तो सरकार हमें जेबीटी की टे्निंग दे रही है और दुसरी तरफ सराकार बीएड कर चुके प्रशिक्षुओं को हमारी सीटें दे रही हैं । उन्होनें कहा कि सरकार हमारे हक में फैंसला सुनाऐ और हमें न्याय दे ताकि बेरोजगार युवाओं को रोजगार मिल सके।

वहीं जेबीटी छात्रा कोमल का कहना है सरकार हमारा हक छीनकर किसी ओर को दे रही है जो कि बहुत बेंइसाफी है। उन्होनें कहा कि सरकार हमारा हक हमें दे ना कि किसी ओर को और सरकार हमारे साथ न्याय करें ताकि उन्हें रोजगार प्राप्त हो।