बैंक हड़ताल का दूसरा दिन: मांगें नहीं मानी गई तो 11 से 13 मार्च तक फिर करेंगे हड़ताल

ख़बरें अभी तक। देश भर में आज राष्ट्रीयकृत बैंकों में दूसरे दिन की हड़ताल है। जिसके चलते लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है। यूएफबीयू के बैनर तले बैंक की नो यूनियन के लगभग 10 लाख अधिकारी व कर्मचारी हड़ताल में भाग ले रहे हैं। सोलन में भी हड़ताल के दूसरे दिन बैंक कर्मचारियों ने सोलन मॉल रोड़ पर केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

बैंक कर्मचारियों ने यूएफबीयू द्वारा 1 नवंबर 2017 को वेतन वृद्धि के लिए चार्टर्ड ऑफ डिमांड की कॉपी आईबीए को सौंपी थी और आईबीए के साथ कई मीटिंग भी की गई लेकिन इसके बाद भी कर्मचारियों की मांगे नहीं मानी गई। जिसके चलते बैंक कर्मचारियों को हड़ताल पर उतरना पड़ा है।

■ क्या कहते है बैंक कर्मी……

बैंक कर्मचारियों ने कहा कि हड़ताल के चलते पहले दिन हिमाचल में 2000 करोड़ का कारोबार ठप्प हुआ है। वहीं सोलन में भी पहले दिन 200 करोड़ के कारोबार ठप्प रहा। बैंक कर्मचारियों ने कहा कि अगर केंद्र सरकार और हाईवे का अनदेखी वाला रवैया आगे भी जारी रहा तो बैंक कर्मचारियों को मजबूरन फिर से 11 से 13 मार्च तक 3 दिन की हड़ताल करनी पड़ेगी और अगर इसके बाद भी मांगे नहीं मानी गई तो 1 अप्रैल से बैंक कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने के लिए मजबूर होंगे जिसकी जिम्मेवारी केंद्र सरकार और आईबीए की होगी।

बैंक कर्मियों का कहना है कि उनकी मुख्य मांग पिछले दो सालों से है, नवम्बर 2017 से अपने वेतन को बढ़ाने के लिए सरकार से और सरकार के नुमाइंदों से मांग कर चुके हैं। लेकिन सरकार हमारी मांगों को सुनने में दिलचस्पी नहीं दिखा रही है उन्होंने कहा कि वेतन वृद्धि जैसी हमारे अन्य और दिमाग हैं जिन्हें सरकार नजरअंदाज कर रही है।

वहीं बैंकों का मर्जर किया जा रहा है बिना यूनियन के साथ बैठक ना करके, प्राइवेट हाथों में बैंकों को दिया जा रहा है,ताकि सरकार को फिसिकल डेफिसिट मुनाफा हो सके। उन्होंने कहा को अगर अब भी बैंकों की मांगों को पूरा नहीं किया जायेगा तो आने वाले समय में प्रदर्शन और उग्र किया जायेगा।

■ बैंक कर्मचारियों की प्रमुख मांगे निम्न है…..

■ वेतन में 20% बढ़ोतरी

■ RBI के कर्मचारियों की तरह सबको मिले सप्ताह में 5 दिनों में बैंकिग

■ बेसिक पे में स्पेशल एलाउंस का मिलना

■ पेंशन का अपडेशन और फैमेली पेंशन में सुधार