बसंत पंचमी:आज ठाकुरजी की श्रृंगार आरती के बाद उड़ेगा गुलाल,ब्रज में आज से शुरू होगी होली की धूम

खबरें अभी तक। बसंत पंचमी यानि आज से ब्रज में होली की धूम शुरू हो जाएगी। जी हां, आज डांढा गढ़ने के साथ ही पूरे 40 दिन तक ब्रज के मंदिरों में अबीर-गुलाल उड़ते नजर आएंगे। होली के माहौल में मंदिरों में ठाकुरजी के समक्ष समाज गायन और रसिया गायन जैसे भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे। 30 जनवरी यानी आज से बरसाना और नंदगांव में होली का डांढा गाढ़ा जाएगा। जिसमें ब्रह्मांचल पर्वत स्थित लाड़िलीजी मंदिर में राधाकृष्ण के विग्रह के श्रीचरणों में गुलाल अर्पित किया जाएगा। इसके साथ ही आने वाले 40 दिन मंदिर परिसर में रसिक कवि समाज गायन करेंगे।

गुरुवार यानि आज से ही बांकेबिहारी मंदिर में होली महोत्सव की धूम मचनी शुरू हो जाएगी। आज से यानि बसंत पंचमी पर ठाकुरजी की ओर से श्रृंगार आरती के बाद गुलाल उड़ाया जाएगा। जिसके बाद से होली तक प्रतिदिन ठाकुरजी के समक्ष गुलाल की थाली रखी जाएगी और उनके गालों पर गुलाल लगाया जाएगा। मंदिर में राजभोग सेवा और सेन भोग सेवा के दौरान होली के पदों का गायन भी होगा। वहीं आने वाली रंग भरनी एकादशी 6 मार्च की शाम को फूलों की होली एवं टेसू के फूल से बनाए गए रंग की बौछार भक्तों पर की जाएगी। मंदिर में यह क्रम 10 मार्च धुलेड़ी तक लगातार सुबह और शाम दोनों समय चलेगा। जिसके चलते बांकेबिहारी मंदिर में होली के आयोजनों से संबंधित सभी व्यवस्थाएं की जा चुकी है।

वहीं द्वारिकाधीश मंदिर में बसंत पंचमी को सुबह 10 बजे राजभोग के दर्शन में ठाकुर जी को गुलाल का धराना शुरू हो किया जाएगा। जिसके साथ ही होली के कार्यक्रमों की शुरुआत की जाएगी।

वहीं दूसरी ओर उप्र ब्रज तीर्थ विकास परिषद के मोबाइल ऐप ‘मेरो ब्रज’ से ब्रज के प्रमुख दर्शनीय और धार्मिक स्थ्लों के बारे में श्रद्धालुओं को पूरी जानकारी ऑनलाइन ही मिल जाएगी। इस ऐप में ब्रज के सभी प्रमुख मंदिरों के पहुंच मार्ग, दर्शन के समय, जनसुविधा केंद्र, होटल-रेस्टोरेंट, पार्किंग, हॉस्पिटल और पुलिस स्टेशन की पूरी जानकारी दी गई है। इस ऐप की मदद से बिना किसी गाइड के कोई भी श्रद्धालु ब्रज में आकर मंदिरों के दर्शन और प्रवास आसानी से कर सकता है। समय समय पर ऐप में दी गई जानकारियों को निरंतर रूप से अपडेट भी किया जा रहा है। चलिए अब आपको देते है होली के कार्यक्रमों की पूरी लिस्ट-

इस तरह होंगे होली के मुख्य कार्यक्रम

  • 30 जनवरी- बरसाना में होली का डांढा गढ़ेगा, समाज गायन होगा
  • 21 फरवरी- शिवरात्रि को होली की प्रथम चौपाई लाड़लीजी महल से रंगीली गली तक निकाली जाएगी
  • 27 फरवरी- रमणरेती आश्रम महावन पर टेसू फूल, केसर गुलाल होली
  • 3 मार्च- लड्डु होली व होली की द्वितीय चौपाई
  • 4 मार्च- रंगीली गली में लठामार होली खेली जाएगी
  • 5 मार्च- नंदगांव की लठामार होली
  • 5 मार्च- गांव रावल में लठामार/ रंग होली
  • 6 मार्च-श्रीकृष्ण जन्मस्थान की सांस्कृतिक/फूलों की होली
  • 6 मार्च- बांकेबिहारी मंदिर की होली
  • 07 मार्च- गोकुल में छड़ीमार होली
  • 09 मार्च- फालैन में जलती हुई होली से पंडा निकलेगा
  • 09 मार्च- श्रीद्वारिकाधीश मंदिर से होली डोला का नगर भ्रमण
  • 10 मार्च- श्रीद्वारिकाधीश मंदिर में टेसू फूल/अबीर गुलाल होली
  • 10 मार्च- संपूर्ण जनपद मथुरा में अबीर-गुलाल/रंग होली
  • 11 मार्च- बलदेव में दाऊजी का हुरंगा
  • 11 मार्च- गांव मुखराई में चरकुला नृत्य/सांस्कृतिक कार्यक्रम
  • 11 मार्च- गांव जाब (नंदगांव) में हुरंगा
  • 12 मार्च- गांव बठैन गिडोह में हुरंगा

अगर बात करें बरसाना की तो हिन्दुस्तान संवाद ब्रह्मांचल पर्वत पर स्थित लाड़ली जी महल में होली महोत्सव की शुरुआत आज से होली के पदों के गायन के मध्य श्री विग्रह के चरणों मे गुलाल अर्पित करके की जाएगी। जिसके मद्देनजर सेवायतों ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं।

वहीं श्रीजी के धाम बरसाना के साथ समूचे ब्रजमंडल के सभी छोटे बड़े मंदिरों में आज यानी गुरुवार से होली महोत्सव की शुरुआत आल्हादिनी शक्ति स्वरूपा राधारानी व श्री कृष्ण के विग्रह के चरणों मे गुलाल अर्पित कर होली का डांढा रोपा कर की जाएगी। इसी दौरान सभी प्रमुख मंदिरों में होली की समाज गायन चालीस दिन तक लगातार चलेगा। इसी के साथ ब्रज मंडल में होली की मस्ती के दौर शुरू हो जाएंगे। होली उत्सव के प्रमुख आयोजन बरसाना स्थित ब्रह्मांचल पर्वत पर विराजमान राधारानी मंदिर में किए जाएंगे।