वसंत पंचमी पर इस मुहूर्त में करें मूर्ति स्थापित,जानें पूरी विधि यहां

खबरें अभी तक। मां सरस्वती की आराधना को समर्पित वसंत पंचमी का त्योहार 30 जनवरी दिन गुरुवार को यानि कल धूमधाम से मनाया जाएगा। उत्तर भारत के कई क्षेत्रों सहित देश के अन्य हिस्सों में मां सरस्वती की पूजा की जाती है। बिहार, यूपी, बंगाल, दिल्ली सहित कई जगहों पर वसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती की प्रतिमा विधि विधान से स्थापित कर पूजा की जाती है। वहीं इसके लिए भी शुभ मुहूर्त होता है। वहीं एक दिन मूर्ति स्थापना के बाद यानी माघ शुक्ल षष्ठी को विसर्जन भी किया जाता है। चलिए जानते हैं कि इस वर्ष वसंत पंचमी पर किस मुहूर्त में मां सरस्वती की मूर्ति स्थापना करनी है और विसर्जन कब करना है-

वसंत पंचमी पर मूर्ति स्थापना का मुहूर्त माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को वसंत पंचमी का त्यौहार मनाया जाता है। इसके चलते पंचमी तिथि का प्रारंभ 29 जनवरी बुधवार को दिन में 10:45 बजे से हो चुका है, जो 30 जनवरी गुरुवार को दोपहर 01:19 बजे तक रहेगा। ऐसे में आपको मां सरस्वती की मूर्ति की स्थापना बुधवार पंचमी ​तिथि में बुधवार को करें। लेकिन आपको मूर्ति की पूजा गुरुवार को सुबह ही करनी चाहिए क्योंकि उदया काल 30 जनवरी को प्राप्त हो रहा है।

मूर्ति स्थापना की विधि माघ शुक्ल पंचमी के दिन स्नान आदि से निवृत होने के बाद आप पीले वस्त्र धारण कर लीजिए। पूजा स्थल को साफकर गंगा जल से पवित्र अवश्य करें। अब मां सरस्वती को गंगाजल से स्नान कराएं। फिर बाद देवी सरस्वती को सफेद वस्त्र पहनाएं, साथ ही सिन्दूर तथा श्रृंगार की वस्तुओं से उनको सुशोभित जरूर करें। अब उनकी प्रतिमा को पूजा स्थल पर स्थापित करें।

इस विधि-विधान से पूजा-अर्चना करने से मां सरस्वती आपकी सभी शुभकामनाएं पूरी करेगी। साथ ही आप पर उनका आशीर्वाद सदैव बना रहेगा।