गुरुग्राम धांधलेबाज अफसरों पर मेयर की टेढ़ी नजर

खबरें अभी तक। हरियाणा के सबसे धनवाज नगर निगम गुरुग्राम एक बार फिर सुर्खियों में है इस बार अधिकारियों पर सदन की मेयर की टेढ़ी नजर है। गुरुग्राम की मेयर मधु आजाद की माने तो नगर निगम में ऐसे कई अधिकारी है जो काम की जगह धांधलेबाजी करते है बीते कुछ दिन पहले ही निगम के अधिकारी के कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने निलंबित कर दिया था उसके बाद भी अधिकारियों की धांधलेबाजी कम होने का नाम नहीं ले रही है। गुरुग्राम की मेयर मधु आजाद जल्द ही प्रदेश के मुखिया मनोहर लाल से मुलाकात कर लापरवाह अधिकारियों की लिस्ट सौंपने वाली है। आपको बता दें की नगर निगम में आउट सोर्स अधिकारियों की बहुत बड़ी धांधली सामने आया था जिसकी जांच चल रही है।

गुरुग्राम में विकास को लेकर 7 साल पहले नगर निगम का गठन  हुआ था लेकिन 7 साल बाद भी गुरुग्राम के विकास में वो तेजी नहीं आ पाई है। जिसे गुरुग्राम की जनता उम्मीद लगाए बैठी थी। आज भी गुरूग्राम में हल्की बारिश होते ही विकास कार्यो की पोल खोल देती है आज भी जगह जगह गंदगी। पिने के लिए साफ पानी नहीं है। नगर निगम होने के बावजूद भी इलाके में लोग नरकीय जीवन जीने को मजबूर है।

नगर निगम टीम और अधिकारयों के बीच खींचतान का ये कोई पहला मामला नहीं है। शुरु से ही मेयर टीम और अधिकारियों के बीच काम काज को लेकर आरोप प्रत्यारोप का दौर चलता आ रहा है क्यास ये भी लगाए जा रहे हैं की निगम के आमुमन अधिकारी प्रदेश सरकार के रहते है तो वहीं गुरूग्राम मेयर पद  पर गुरूग्राम के सांसद राव इंद्रजीत के चहेते का दबदबा रहा है। इतना ही नहीं प्रदेश सरकार और राव इंद्रजीत के बिच छत्तीस का आंकड़ा प्रायः देखने को मिलता है।

इस मनमुटाव का सीधा असर गुरुग्राम की जनता पर पड़ता है। कई बार पार्षद और मेयर आरोप लगा चुके है कि प्रदेश सरकार के चहेते अधिकारी विकास कार्यो को लेकर लापारवाही करते हैरानी की बात तो यह है की इस मनमानी पर प्रदेश सरकार कोई ठोस कार्यवाही नहीं करती अब एक बार फिर अधिकारियों का कच्चा चिठ्ठा मुख्यमंत्री के सामने खुलने वाला है अब ऐसे में देखना होगा की मुख्यमंत्री इस पर क्या एक्शन लेते है।